छतरपुर में एक पांच साल की बच्ची को सांप ने काट लिया। परिजन बच्ची के इलाज के लिए सांप को एक डिब्बे में बंद कर जिला अस्पताल ले आए। डॉक्टरों ने बच्ची को पीआईसीयू वार्ड में भर्ती किया है और उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है।
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यह घटना छतरपुर की है। बच्ची अन्नू कमरे में खेल रही थी, तभी उसका पैर सांप पर पड़ गया और सांप ने उसे काट लिया। बच्ची की चीख सुनकर परिजन दौड़े और देखा कि सांप उसके पैर में लिपटा हुआ था।
परिजनों ने तत्काल सांप को पकड़कर एक प्लास्टिक की बरनी में बंद कर लिया और बच्ची को लेकर सीधे जिला अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में ड्यूटी डॉक्टर की टेबल पर सांप को देखकर हड़कंप मच गया और भीड़ जमा हो गई। डॉक्टरों ने सांप को हटाने को कहा।
बच्ची के पिता आशीष तिवारी, निवासी छठी बम्होरी, ने बताया कि वे सांप को इसलिए लाए थे ताकि डॉक्टर को सांप की पहचान में मदद मिल सके और बच्ची का सही इलाज हो सके। जिला अस्पताल के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश जैन ने बताया कि बच्ची की हालत अब स्थिर है और वह खतरे से बाहर है। एहतियातन उसे 24 घंटे निगरानी में रखा गया है।
डॉक्टर के अनुसार, परिजन जिस सांप को लाए थे, वह उतना जहरीला नहीं है जितना लोग समझ रहे थे। सांप छोटा भी था। जांच के बाद परिजनों को सांप को जंगल में छोड़ने और इस तरह सांप को साथ लेकर न घूमने की सलाह दी गई, क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है।