Last Updated:
Shivpuri News: ‘कंचन का नगर’ कहते थे, वो कंचनपुर गांव आज ऐसी हालत में पहुंच गया है कि लोग वहां से अपना घर-बसर समेटकर दूसरी जगह जा रहे हैं.
आशीष पांडे,
Kanchanpur Village: शिवपुरी विधानसभा में स्थित कभी जिसे लोग प्यार से ‘कंचन का नगर’ कहते थे, वो कंचनपुर गांव आज ऐसी हालत में पहुंच गया है कि लोग वहां से अपना घर-बसर समेटकर दूसरी जगह जा रहे हैं. शिवपुरी ज़िले से करीब सत्तर किलोमीटर दूर बसा ये गांव कभी अपनी मेहमाननवाज़ी और अपनापन की वजह से दूर-दूर तक मशहूर था. रामदास, जसराथ और अरविंद जैसे बुज़ुर्ग बताते हैं कि पहले जब कोई मेहमान यहां आता था, तो उसका मन यहीं बस जाने को करता था. लोग कहते थे “कंचनपुर जैसा दूसरा गांव नहीं मिलेगा, यह तो सच में कंचन का नगर है.”
गांव का माहौल ही कुछ ऐसा था. हर घर दूसरे के दुख-सुख में शामिल होता था. खेत-खलिहानों से लेकर त्योहारों तक, सब कुछ मिल-जुलकर होता था. बड़ी-बूढ़ी औरतें बताती हैं कि कंचनपुर का नाम ऐसे ही नहीं पड़ा. इस गांव में रहना सच में सोने जैसा लगता था. एकता, मेल-जोल और प्यार की वजह से गांव चमकता था, बिल्कुल कंचन की तरह.
गांव अब खालीपन की ओर बढ़ा
लेकिन वक्त जैसे-जैसे आगे बढ़ा, रिश्तों की गर्माहट भी कम होती चली गई. आज हालात इतने बदल चुके हैं कि कभी चहल-पहल से भरा ये गांव अब खालीपन की ओर बढ़ रहा है. लोग बताते हैं कि पहले हर घर में रौनक रहती थी, मगर अब कई परिवार नए बसेरों की तलाश में गांव छोड़ रहे हैं. कुछ अपने बच्चों की पढ़ाई की वजह से, कुछ रोज़गार के लिए और कुछ इसलिए कि गांव में पहले जैसा सुकून अब बचा ही नहीं.
कभी एक जगह सिमटा हुआ कंचनपुर अब कई हिस्सों में बंट गया है. कई पुरानी बस्तियां तो लगभग उजड़ सी गई हैं. जहां पहले शाम होते ही लोग चौपाल पर इकठ्ठा होकर बातों का दौर चलाते थे, वहां अब सन्नाटा पसरा रहता है. पुराने घर खंडहर की तरह दिखने लगे हैं, टूटी दीवारें, छोड़े हुए आंगन और खाली पड़ी गलियां इस बात की गवाही देती हैं कि वक्त ने इस गांव की चमक फीकी कर दी है. कहने को तो ये अब भी कंचनपुर है, लेकिन वो ‘कंचन वाला’ कंचनपुर धीरे-धीरे लोगों की यादों में ही सिमटता जा रहा है. यहां से लोग सिर्फ घर नहीं, बल्कि अपने पुराने दिन भी पीछे छोड़कर जा रहे हैं.
About the Author
Deepti Sharma, currently working with News18MPCG (Digital), has been creating, curating and publishing impactful stories in Digital Journalism for more than 6 years. Before Joining News18 she has worked with Re…और पढ़ें