सचिन पायलट के दौरे से पहले ग्वालियर में ये पोस्टर पॉलिटिक्स हो रही है.
ग्वालियर चम्बल (Gwalior-chambal) अंचल में जिन 16 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं उनमें से 14 सीटों पर गुर्जर मतदाताओं (Voters) की अच्छी खासी तादाद है. खासकर मुरैना,भिंड और ग्वालियर की सीटों पर गुर्जर मतदाता निर्णायक भूमिका अदा कर सकते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
September 24, 2020, 7:25 PM IST
पोस्टर की इबारत
– धोखेबाजी और कितना करेगी कांग्रेस युवा सचिन पायलट के साथ..
– प्रदेश अध्यक्ष बना कर दिन रात मेहनत कराई, सरकार बनी तो मुख्यमंत्री वृद्ध गहलोत को बनाया- हक- अधिकार मांगा तो उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद छीन लिया और नकारा निकम्मा कहा,
– अब स्वाभिमानी गुर्जर समाज का वोट चाहिए कांग्रेस को.?
नीचे स्लोगन लिखा
“कांग्रेस शादी के लिए जवान लड़के दिखाती है शादी बूढ़ों से कराती है”
गुर्जर वोट साधने की कोशिश
शहर में करीब 15 चौराहों पर देवेंद्र गुर्जर के नाम से ये पोस्टर लगाए गए हैं. देवेन्द्र अखिल भारतीय युवा गुर्जर महासभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं. उनका कहना है कि राजस्थान में सचिन पायलट की मेहनत और चेहरे के दम पर सरकार बनी थी. लेकिन सीएम बुजुर्ग गहलोत को बना दिया गया. फिर सचिन पायलट को नकारा कहकर अपमानित किया. इसी को लेकर वो गुर्जर समाज के लोगों को जागरुक कर रहे हैं.
14 सीटों पर गुर्जर मतदाताओं का प्रभाव
ग्वालियर चम्बल अंचल में जिन 16 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं उनमें से 14 सीटों पर गुर्जर मतदाताओं की अच्छी खासी तादाद है. खासकर मुरैना,भिंड और ग्वालियर की सीटों पर गुर्जर मतदाता निर्णायक भूमिका अदा कर सकते हैं. यही वजह है कि कांग्रेस सचिन पायलट को तुरुप के इक्के की तरह उपयोग करना चाहती है. ऐसे में bjp के सिंधिया समर्थक पिछली उठापटक के बहाने गुर्जर मतदाताओं को कांग्रेस से दूर रहने की नसीहत इन पोस्टर के जरिए दे रहे हैं.