Industrial park to be built on 19 hectare land of alcohol plant for 112 industries | 112 उद्योगों के लिए अल्कोहल प्लांट की 19 हेक्टेयर भूमि पर बनेगा इंडस्ट्रियल पार्क

Industrial park to be built on 19 hectare land of alcohol plant for 112 industries | 112 उद्योगों के लिए अल्कोहल प्लांट की 19 हेक्टेयर भूमि पर बनेगा इंडस्ट्रियल पार्क


रतलाम4 मिनट पहले

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  • एमपीआईडीसी की डीपीआर तैयार, इंफ्रास्ट्रक्चर भी विकसित करेगा

बेरोजगारों और उद्योगपतियों के लिए दशहरे पर अच्छी खबर आई। करीब 25 साल से बंद होकर बेकार पड़ी अल्कोहल प्लांट की 19.84 हेक्टेयर जमीन पर नया इंडस्ट्रियल पार्क बनेगा। मप्र इंड्रस्ट्रियल डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन (एमपीआईडीसी) ने डीपीआर तैयार बना ली है। इसमें 112 उद्योग लगेंगे। 65 करोड़ से ज्यादा का निवेश होगा। प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 1450 से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा। उद्योगपतियों की सुविधा के लिए सरकार इंडस्ट्रियल पार्क में बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर भी विकसित करेंगी। विधायक चेतन्य काश्यप इस प्रोजेक्ट पर पांच साल से काम कर रहे हैं। उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि एनपीआईडीसी फिनिशिंग वर्क के बाद नवंबर प्रथम सप्ताह में डीपीआर अंतिम मंजूरी के लिए सरकार को भेज देगा। राजधानी के अधिकारियों को पहले से ही पूरी जानकारी है। इसलिए उम्मीद है कि एक माह में प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल जाएगी।

ये उद्योग लग सकेंगे
प्लास्टिक, रस्सी, प्रिंटिंग प्रेस, मेडिकल आयटम, इरीगेशन इक्यूपमेंट, डिस्पोजेबल आइटम, वायर, वुडन क्राॅफ्ट, साबुन और कास्मेटिक प्रोडेक्ट्स आदि व लघु उद्योग की श्रेणी वाले अन्य।

औद्योगिक क्षेत्र में ये मूलभूत इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करेगा एमपीआईडीसी

  • सड़क-औद्योगिक क्षेत्र की मुख्य और उद्योग तक पहुंच रोड सीमेंट कांक्रीट की बनेगी, ये 25 से 60 फीट तक चौड़ी होगी।
  • ड्रेनेज-इसे सड़क के दोनों तरफ बनाया जाएगा, ताकि उद्योग से निकलने वाला गंदा पानी बाहर निकल सके।
  • बिजली-स्ट्रीट लाइट के साथ उद्योगों को कनेक्शन देने उच्च क्षमता वाली लाइन डलेगी। हेवी ड्यूटी ट्रांसफार्मर भी लगेगा।
  • पानी-इसके लिए बड़ा ओवरहेड टैंक बनेगा। क्षमता से 4 लाख गैलन होगी। इससे हर उद्योग तक सप्लाई लाइन भी बिछाई जाएगी।
  • एसटीपी-यह औद्योगिक क्षेत्र के एक तरफ बनेगा। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान में गंदे पानी को साफ करके वापस उद्योगों में सप्लाई किया जाएगा।

जनवरी 2019 में हो चुका है भूमि उपयोग परिवर्तन
2018 में योजना इसलिए रोकना पड़ी थी की क्योंकि अल्कोहल प्लांट की जमीन मास्टर प्लान में पी यानी पार्किंग की बता रखी थी। वास्तविकता यह थी कि जमीन पर कभी पार्किंग थी ही नहीं। सरकारी होने के कारण किसी ने ऑब्जेक्शन भी नहीं लिया था। मास्टर प्लान को संशोधित कराने के लिए विधायक काश्यप के प्रयास से एकेवीएन ने अल्कोहल प्लांट की जमीन का पंचनामा बनाभोपाल मुख्यालय भेजा था। जनवरी 2019 में सरकार ने भूमि उपयोग परिवर्तन को मंजूरी दे दी थी।

प्लांट, काॅलोनी की दो हेक्टेयर जमीन पर भी उद्योग लगेंगे
इससे लगती ही अल्कोहल प्लांट की लगभग 2 हेक्टेयर जमीन और है। इस पर प्लांट का पुराना ढांचा, कर्मचारी क्वार्टर और मशीनरी व स्क्रैप रखा हुआ है। इस पर औद्योगिक क्षेत्र की योजना है। इसके लिए ही आबकारी विभाग शनिवार से प्लांट खाली करना शुरू कर दिया है। पुरानी मशीनरी, स्क्रैप व अन्य संपत्तियों की 20 नवंबर को उद्योग विभाग नीलामी करने जा रहा है। जमीन खाली होते ही भूमि उपयोग परिवर्तन करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा

^अल्कोहल प्लांट की 19.84 हेक्टेयर जमीन पर बनने वाले नए औद्योगिक क्षेत्र में 112 से ज्यादा लघु उद्योग लगेंगे। एक हजार से ज्यादा स्थानीय युवाओं को राेजगार मिलेगा। इसके लिए काफी समय से प्रयास कर रहे थे। चेतन्य काश्यप, विधायक

अगले सप्ताह राज्य शासन को देंगे

^डीपीआर बन गई है। अगले सप्ताह राज्य शासन को भेज देंगे। नए इंडस्ट्रियल पार्क या औद्योगिक क्षेत्र में वर्तमान जरूरत के मुताबिक सारा इंफ्रास्ट्रक्चर भी विकसित किया जाएगा। एसके जैन, एक्सीक्यूटिव इंजीनियर-एमपीआईडीसी इंदौर



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