भोपालएक घंटा पहले
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- समाजजनों ने उनके सिद्धांतों पर चलने का लिया संकल्प
शहर में शनिवार को महर्षि वाल्मिकी की जयंती पर कई धार्मिक आयोजन किए गए। सकल वाल्मिकी समाज व पंचायत के तत्वावधान में चौकी इमामबाड़ा स्थित समाज के मंदिर में महर्षि वाल्मीकि की विशेष पूजा की गई। हर साल निकलने वाली शोभायात्रा महामारी के कारण नहीं निकाली गई।
कई अन्य मंदिरों में समाज के युवाओं ने महर्षि के आदर्श व उनके सिद्धांतों पर चलने व समाज में समरसता लाने का संकल्प लिया। पंचायत के अमर चौधरी ने बताया कि समाज पंचायत के जगनलाल झांझोट, राकेश श्रवण पटेल, पावन परोचे समेत पंचायत के पदाधिकारियों व अन्य लोगों ने बैरागढ़, अमर बस्ती, ठक्कर बाबा काॅलोनी शाहजहांनाबाद व कई स्थानों पर समाज के मंदिरों में महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा का अभिषेक व पूजन की गई।
वैश्विक ज्ञान-विज्ञान परंपरा का स्रोत संस्कृत : केजी सुरेश
वाल्मीकि जयंती पर संस्कृत भारती मध्य भारत प्रांत द्वारा संस्कृत व संस्कृति के प्रचार-प्रसार में मीडिया का योगदान विषय पर विश्व संवाद केंद्र शिवाजी नगर में संगोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य वक्ता माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि के कुलपति केजी सुरेश ने कहा कि वैश्विक ज्ञान-विज्ञान परंपरा का स्रोत संस्कृत है। मानवीय मूल्यों के विकास के लिए रामायण एक श्रेष्ठ ग्रंथ है।