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4 घंटे पहले
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इस पेटी में भर दी थी लाश।
- चार महीने पहले लव मैरिज करने वाले आरोपी पर करता था टिप्पणी करता था, सबक सिखाने वारदात को दिया अंजाम
- गोरखपुर पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर मोबाइल भी नाले से किया जब्त
तीन दिसंबर से लापता खालसा कॉलेज रजिस्ट्रार गौरव गुप्ता (40) की हत्या उसके ही सहकर्मी ने की थी। उसके घर से पुलिस ने सोमवार देर रात गौरव गुप्ता का शव बरामद किया। आरोपी ने गौरव की हत्या कर रस्सी से हाथ-पैर बांधे और शव को नई पेटी (टीन का बॉक्स) भर दिया था। शव को ठिकाने लगाने से पहले पोल खुल गई।
देर रात गोरखपुर थाने से 300 मीटर दूरी पर स्थित द्वारका अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर ए-3 में उसकी लाश मिली। लाश सड़ चुकी थी। मंगलवार को पीएम के बाद पुलिस ने शव को परिजन के सुपुर्द किया। वहीं, आरोपी की निशानदेही पर गौरव का मोबाइल जब्त करने के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

गौरव गुप्ता की जीवित अवस्था की फोटो।
ये थी घटना
तीन दिसंबर की सुबह 9.30 बजे पंचशील नगर निवासी गौरव गुप्ता स्कूटी से कॉलेज निकले थे, लेकिन कॉलेज नहीं पहुंचे। उनका मोबाइल भी बंद आ रहा था। दोपहर में प्रिंसिपल ने सुपरवाइजर को पता लगाने घर भेजा, तब परिजन को खबर लगी। रात 8.20 बजे छोटे भाई आशीष गुप्ता ने गुमशुदगी दर्ज कराई। पांचवें दिन गौरव की लाश उसके ही कॉलेज में जूनियर सहकर्मी चंदन सिंह के किराए वाले फ्लैट में मिली।

सोमवार को हाऊबाग में मिली थी स्कूटी।
ऐसे संदेह में आया चंदन
गौरव के बारे में पूछताछ करने चार दिसंबर को गोरखपुर पुलिस खालसा कॉलेज पहुंची। वहां चंदन सिंह से पूछताछ की। उसे पांच दिसंबर को बयान दर्ज कराने थाने बुलाया। गोकलपुर रांझी निवासी चंदन सिंह थाने नहीं गया। उसने मोबाइल भी बंद कर लिया। कॉलेज भी वह नहीं गया। पांच दिसंबर की रात वह मदनमहल स्थित निजी अस्पताल में भर्ती हो गया। वहां उसने बताया कि पत्नी से विवाद के चलते फिनाइल पी ली है। छह दिसंबर को पुलिस को इसकी खबर लगी।
खून लगे कंबल से पुलिस पहुंची कातिल तक
सोमवार को गौरव की स्कूटी हाऊबाग स्टेशन के पीछे झाड़ी में मिली। स्कूटी की डिक्की में टिफिन मिला। थोड़ी दूरी बैग, एक पन्नी में जूते, मफलर, खून लगा कंबल आदि पड़ा था। बैग से 17 हजार रुपए, आईकार्ड, फीस रसीद, चेकबुक, अलमारी की चाबी, मास्क आदि जब्त किए। अस्पताल में भर्ती संदेही चंदन की पत्नी को पुलिस ने कंबल दिखाया। उसके पहचान करते ही पुलिस को अहम ब्रेक-थू मिला। पुलिस टीम चंदन के गोकलपुर घर पहुंची। वहां वारदात के समय पहना गया शर्ट मिला। शर्ट को धो दिया था, लेकिन उसके बाजू में खून का निशान रह गया था। पुलिस ने उसे जब्त कर लिया। मां, भाई को पुलिस उठा लाई। इसे बाद चंदन टूट गया।

हत्या का खुलासा करते हुए एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा
ये बताई वजह
32 वर्षीय चंदन सिंह भी गौरव के साथ खालसा कॉलेज में एकाउंट सेक्शन में है। चार महीने पहले उसने रैकवार सरनेम की युवती से लव मैरिज की थी। चंदन के मुताबिक इंटरकास्ट मैरिज को लेकर उसके परिवार में भी दिक्कत थी। इसी कारण उसने फ्लैट लिया था। पत्नी गर्भवती है। वह पत्नी के साथ इसी फ्लैट में शिफ्ट होने वाला था। गौरव ज्योतिष का भी जानकार था। चंदन ने पूर्व में उसे फ्लैट दिखाया था। चंदन ने पुलिस को बताया कि गौरव इंटरकास्ट मैरिज को लेकर उसे और पत्नी को लेकर कई बार टिप्पणी करता रहता था। सीनियर होने के चलते कॉलेज में भी डांटता था। इसी खुन्नस में उसने सबक सिखाने की योजना बनाई।
मैसेज कर बुलाया था
तीन दिसंबर को चंदन ने गौरव को मैसेज कर फ्लैट देखने के लिए बुलाया था। गौरव के आते ही उसने दरवाजा बंद कर लिया। अंदर वाले कमरे में ले जाकर थप्पड़ मारे और धक्का देकर गिरा दिया। गौरव भारी पड़ा। इस पर उसने चाकू से तीन वार किया। दो वार इधर-उधर लगे और तीसरा गर्दन को आर-पार कर गया। शव को कमरे में छोड़कर वह 15 मिनट में कॉलेज पहुंच गया, जिससे संदेह न हो। तीन की रात वह रांझी चला गया।

इस तरह पेटी में भर दी थी लाश।
ट्रॉली बैग में शव नहीं आया, तो खरीद लाया पेटी
चंदन चार दिसंबर को सुबह फ्लैट पर पहुंचा। कमरे में बिखरे खून को धोकर कंबल से साफ किया। गौरव गुप्ता के शव को रस्सी से हाथ-पैर व सिर को गठरी की तरह बांध दिया। रांझी से वह ट्राली बैग लेकर आया था। पर गौरव का शव उसमें नहीं समाया। इसके बाद रद्दी चौकी से एक पेटी खरीद कर लाया और शव को उसके अंदर डालकर पॉलीथिन से पैक कर दिया। चार को कॉलेज में पुलिस पूछताछ करने पहुंची तो घबरा गया।
पांच दिसंबर को उसने मोबाइल बंद कर लिया। गोरखपुर थाने भी नहीं गया। शाम को गौरव की स्कूटी और खून से सना कंबल, उसके जूते, मफलर, हेलमेट ले जाकर हाऊबाग स्टेशन के पीछे झाड़ी में रख आया। हत्या के बाद से ही वह तनाव में था। गोरखपुर की एक दुकान से फिनाइल पी, लेकिन दो घूंट के बाद फेंक दिया। वहां से भेड़ाघाट व लम्हेटाघाट आत्महत्या करने के इरादे से पहुंचा। फिर गर्भवती पत्नी का ख्याल आते ही लौट आया और मदनमहल स्थित निजी अस्पताल में भर्ती हो गया।

नाले में फेंक दिया था गौरव का मोबाइल
नाली में फेंक दिया था मोबाइल
गौरव गुप्ता का मोबाइल उसने बंद करके महानद्दा के पास अंग्रेजी शराब के बाजू वाली गली के नाली में फेंक दिया था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने मंगलवार दोपहर मोबाइल जब्त किया। वहीं, अस्पताल परिसर में पार्क बाइक भी जब्त की। फ्लैट से हत्या में प्रयुक्त चाकू, उसका जैकेट आदि जब्त किया। पुलिस ने पेटी व ट्राली बैग भी जब्त किया है। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
बेहद पेंचीदा था ये हत्याकांड
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि गौरव की पत्नी का मायका लखनऊ में है। बीच में डेढ़ महीने वह कुछ नाराजगी के चलते वह मायके चली गई। वहीं, चंदन अलग जहर खाकर अस्पताल में भर्ती हो गया था। दोनों ही एंगल पर जांच के बाद मामले का खुलासा हो पाया। एएसपी गोपाल खांडेल, सीएसपी गोरखपुर आलोक शर्मा व टीआई सारिका पांडे ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर केस को सुलझाया।