ट्रायल के साइड इफेक्ट!: भूख नहीं लगने, वजन कम और आंखों से आंसू आने की शिकायत; वॉलंटियर ने लगाए गंभीर आरोप

ट्रायल के साइड इफेक्ट!: भूख नहीं लगने, वजन कम और आंखों से आंसू आने की शिकायत; वॉलंटियर ने लगाए गंभीर आरोप


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भोपाल43 मिनट पहले

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मानसिंह परमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर कई गंभीर आरोप पीपुल्स अस्पताल प्रबंधन पर लगाए हैं।

  • आरोप – जबरन बना दिए गए वॉलंटियर, पीपुल्स अस्पताल ने टाली प्रेस कॉन्फ्रेंस

पीपुल्स अस्पताल में हुए वैक्सीन ट्रायल में शामिल वॉलंटियर अब अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता रचना ढींगरा कई पीड़ितों लेकर सामने आईं। उन्होंने रविवार दोपहर ऑनलाइन वीडियो प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान 70 वर्षीय मानसिंह परमार ने बताया कि उन्हें अस्पताल प्रबंधन ने कुछ नहीं बताया। उनसे कहा गया कि इंजेक्शन लगने के बाद कोरोना नहीं होगा।

अस्पताल में टीका लगाने के बाद उन्हें बुकलेट दी गई थी। कहा था, अगर कोई बीमारी हो, तो इसमें लिख देना। परमार का कहना है कि उन्हें पढ़ना ही नहीं आता। उन्होंने कुछ भी बताया। अगर वे बताते कि यह कोरोना का टीका नहीं है, तो वह लगवाते ही नहीं। प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया, पीपुल्स अस्पताल के आसपास की करीब 6 गरीब बस्तियों से 600 से अधिक लोगों को टीका लगाया गया।

आरोप है कि एक ही घर के कई लोगों पर ट्रायल किया गया। शंकर नगर में रहने वाले गोलू दास ने कहा कि पहले डोज लगवाने के बाद उनकी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अस्पताल ने बाहर की दवा लिखकर चलता कर दिया। उन्हें दूसरा टीका भी नहीं लगाया गया। बाद में अस्पताल प्रबंधन ने बुलाया और वीडियो बनवाया। वह बुलवाना चाह रहे थे कि अस्पताल उनके लिए सबकुछ कर रहा है। दवाई और इलाज भी करवा रहा है।

टीका लगवाने वालों को आ रही समस्या

पीड़ितों ने बताया, टीका लगने के बाद भूख नहीं लगना, चक्कर आना, सिर दर्द, आंसू आना, कमर दर्द, वजन कम होना और पेट दर्द समेत अन्य समस्या की शिकायतें हो रही हैं।

गैस पीड़ितों पर भी ट्रायल

प्रेस कॉन्फ्रेंस में रचना ढींगरा ने आरोप लगाए कि गैस पीड़ितों पर भी ट्रायल किया गया। बस्तियों के वॉलंटियर में से बड़ी संख्या में गैस पीड़ित हैं, जिन्हें पहले से ही कई तरह की बीमारियां हैं।

पीपुल्स अस्पताल ने प्रेस कांफ्रेंस रद्द की

इधर, आरोपों के बीच पीपुल्स अस्पताल ने भी रविवार को प्रेस कांफ्रेंस रखी थी, लेकिन उसे रद्द कर दिया गया। प्रबंधन का कहना है कि वे अब बाद में प्रेस कांफ्रेंस कर पक्ष रखेंगे।

यह आरोप लगाए

  • ट्रायल के बारे में नहीं बताया गया
  • कोरोना का टीका बताकर इंजेक्शन लगा दिया गया
  • पढ़ा लिखे नहीं होने के बाद बुकलेट भरने थमा दी
  • बीमार होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने बाहर से दवाई खरीदने को कहा
  • एक ही परिवार के कई लोगों को टीका लगाया गया
  • टीका लगाने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने फाॅलोअप नहीं लिया
  • पहली बार टीका लगाने के बाद दिए कागज वापस ले लिए



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