स्कूल संचालक बोले: स्कूल तो पूरे साल नहीं खुले, बसों का परमिट, फिटनेस, बीमा क्यों दें

स्कूल संचालक बोले: स्कूल तो पूरे साल नहीं खुले, बसों का परमिट, फिटनेस, बीमा क्यों दें


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रतलामएक घंटा पहले

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  • निजी स्कूल संचालकों ने डीपीसी कार्यालय का घेराव किया, कलेक्टोरेट में भी किया प्रदर्शन

निजी स्कूल संचालकों ने मंगलवार को मप्र प्रांतीय अशासकीय शिक्षण संस्था संघ के बैनर तले डीपीसी कार्यालय का घेराव कर दिया। संचालकों का कहना था कि आरटीई की राशि विभाग के पास है। इसके बाद भुगतान नहीं किया जा रहा है। इस पर डीपीसी ने कहा कि शाम तक राशि आपके अकाउंट में पहुंच जाएगी। यहां से सभी स्कूल संचालक सीधे कलेक्टोरेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष दीपेश ओझा ने बताया पूरे साल स्कूल नहीं खुले।

बसें तो चली नहीं इससे स्कूल संचालक बसों का परमिट, फिटनेस और बीमा का शुल्क कैसे चुकाए। शिक्षा मंत्री ने पूरे साल का शुल्क माफ करने की बात कही थी, लेकिन माफ नहीं हुआ है। वहीं कोरोना के दौरान स्कूल बंद रहे। इससे स्कूल संचालक बिजली बिल क्यों चुकाएं। कर्मशियल की जगह घरेलू बिजली दर से बिजली बिल की वसूली की जाएं। स्कूल संचालकों ने सीएम, पीएम और शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रांतीय उपाध्यक्ष रेखा दवे, दिनेश जैन, राजेश शर्मा, सुरेशचंद चावड़ा, जोस मैथ्यू, ओम प्रकाश पुरोहित, स्वतंत्र पाल सिंह देवड़ा, दिनेश मेहता, टीना कुंवर चंद्रावत, वर्षा चौहान, जया शाह, शीतल पुरोहित, नरेंद्रसिंह राठौर मौजूद थे।



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