बोर्ड से जुड़े सूत्रों ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ को बताया कि अगर दूसरी बार भी यह खिलाड़ी इस फिटनेस टेस्ट में पास नहीं हो पाते हैं, तो इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली पांच टी-20 और तीन वनडे की सीरीज के लिए इनका सेलेक्शन होना मुश्किल है. इससे पहले, 2018 में भी यो-यो टेस्ट में फेल होने की वजह से सैमसन, तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और अंबाती रायडू को इंग्लैंड दौरे पर होने वाली लिमिटेड ओवर सीरीज के लिए टीम में नहीं चुना गया था.
बीस खिलाड़ियों ने नए फिटनेस टेस्ट में हिस्सा लिया था
सूत्र ने बताया कि इंग्लैंड के खिलाफ लिमिटेड ओवर सीरीज और इस साल के आखिर में भारत में होने टी-20 वर्ल्ड कप को देखते हुए बीस से ज्यादा संभावित खिलाड़ियों का एनसीए में फिटनेस टेस्ट लिया गया था. इसमें यो-यो के अलावा 2 किमी रनिंग का टेस्ट भी शामिल था. बल्लेबाज, विकेटकीपर और स्पिनर को दो किमी की दूरी 8 मिनट तीस सेकंड में पूरी करनी थी, जबकि तेज गेंदबाजों को यही दूरी 8 मिनट 15 सेकंड में तय करनी थी. लेकिन 6 क्रिकेटर्स इसे तय वक्त में पूरा नहीं कर पाए. वहीं, कुछ क्रिकेटर्स ने भी बड़ी मुश्किल से तय वक्त में यह रेस पूरी की.
जब बोर्ड सूत्र से नए फिटनेस टेस्ट की जरूरत को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कप्तान विराट कोहली और रवि शास्त्री खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर बहुत सतर्क हैं और वे उन्हें लगता है कि इस नए टेस्ट से खिलाड़ी शारीरिक मापदंड के हर पैमाने पर सही से कसे जा सकेंगे.