सड़क हादसों में 1.5 लाख लोगों की जान गई- SIAM के सचिव गिरधर अरमाने ने बताया कि कारों में सेफ्टी फीचर्स नहीं होने की वजह से सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या में तेजी से ग्रोंथ हो रही है. इसके लिए उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि, 2018 में अमेरिका में 45 लाख सड़क दुर्घटना हुई. जिसमें केवल 36,560 लोगों की जान गई. जबकि भारत में 4.5 लाख दुर्घटना हुई और 1.5 लाख लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी.
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ऑटोमोबाइल निर्माताओं को पेटेंट साझा करने चाहिए- गिरधर अरमाने ने कहा कि ऑटो निर्माता कंपनियों को अपने द्वारा निर्मित सेफ्टी फीचर्स के पेटेंट एक दूसरे के साथ साझा करने चाहिए. जिससे दूसरी कार निर्माता कंपनी भी अपने वाहनों में उन सेफ्टी फीचर्स को यूज करके सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या में कमी ला सके. इसके लिए उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि, स्वीडिश इंजीनियर निल्स बोहलिन ने 3 पांइट वाली सीट बेल्ट का आविष्कार किया था. जिसे वोल्वो ने दूसरी ऑटो निर्माता कंपनियों के साथ साझा किया.
सड़क सुरक्षा के लिए देश में हो रहे है ये काम- SIAM के सचिव गिरधर अरमाने ने बताया कि, देश में सड़क हादसों मे कमी लाने के लिए कारों में सीट बेल्ट को अनिवार्य किया गया है. इसके साथ ही एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम को भी लागू किया है. उन्होंने बताया कि जल्द ही सरकार vehicle location tracking सिस्टम के जरिए सड़क हादसों में पीडि़त लोगों को कैश लेस चिकित्सा की सुविधा प्रदान करने की योजना बना रही है.