गुस्से में किसान: व्यापारियों ने उपज खरीदी से किया इनकार, गुस्साए किसानों ने मंडी में हंगामा कर किया चक्काजाम, दो घंटे बाद हुई सुलह, अब 22 से नीलामी नहीं

गुस्से में किसान: व्यापारियों ने उपज खरीदी से किया इनकार, गुस्साए किसानों ने मंडी में हंगामा कर किया चक्काजाम, दो घंटे बाद हुई सुलह, अब 22 से नीलामी नहीं


Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

इंदौर4 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

उपज नहीं बिकने से परेशान किसानों ने चक्काजाम कर दिया।

लक्ष्मी बाई नगर अनाज मंडी में शनिवार को किसानों ने जमकर हंगामा किया। इतना ही नहीं गुस्साए किसानों ने चक्काजाम तक कर दिया। किसान व्यापारियों द्वारा उनकी उपज नहीं खरीदे जाने से आक्रोशित थे। मंडी पदाधिकारी समझाने पहुंचे तो व्यापारी बोले कि ट्रांसपोर्टर द्वारा कभी भी भाड़ा बढ़ा दिया जाता है, जिसे हम वहन नहीं कर सकते। इसीलिए इसके विरोध में हमने नीलामी में भाग नहीं लिया है। काफी समझाइश के बाद करीब दो घंटे बाद नीलामी शुरू हुई।

किसानों ने ट्रैक्टर को रोड पर खड़ा कर दिया।

किसानों ने ट्रैक्टर को रोड पर खड़ा कर दिया।

किसान नेता बबलू जाधव ने बताया कि लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने मालभाड़ा बढ़ाने की बात कही थी। इसे लेकर व्यापारियों ने विरोध करते हुए नीलाम बंद कर दी थी। व्यापारियों का कहना था कि आप बार-बार किराया बढ़ा देते हो, जिसे हम वहन नहीं कर सकते। इस पर सुबह 9 बजे होने वाली नीलामी में व्यापारियों ने दूरी बना ली। किसान अपनी उपज लेकर कोई कल से आया हुआ था, कोई रात में पहुंचा हुआ था। वे परेशान हो रहे थे। नीलामी नहीं होने से गुस्साए किसानों ने चक्काजाम कर दिया। मंडी में हंगामा होता देख मंडी पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों की समस्या सुनने के बाद व्यापारी और ट्रांसपोर्टर से बात की। पदाधिकारियों ने कहा कि आपकी समस्या का समाधान तो बैठकर भी हो सकता है। अभी तो किसानों की उपज को खरीदिए। काफी प्रयास के बाद करीब साढ़े 11 बजे नीलामी शुरू हो पाई।

मंडी सचिव राकेश दुबे ने बताया कि सुबह ट्रांसपोर्टर द्वारा माल भाड़ा बढ़ाए जाने की बात का व्यापारियों ने विरोध किया था। उन्हाेंने नीलामी बंद कर प्रदर्शन किया। नीलामी नहीं होने से किसान परेशान हो रहे थे। इसके बाद मध्यस्थता की गई और फिर मंडी का का शुरू हुआ। हमने उनसे कहा कि किसान रातभर से इस आस में बैठे हैं कि उनकी फसल खरीदी जाएगी, ऐसे में नीलामी बंद होने से वे परेशान हो रहे हैं। आप उनकी उपज खरीदो, यह विवाद आप लोग बैठकर सुलझाना। इसके बाद मान गए और नीलामी शुरू कर दी।

सोमवार से व्यापारी नीलामी में नहीं लेंगे भाग

भारतीय किसान मजदूर सेना के प्रदेश अध्यक्ष बबलू जाधव ने बताया कि ट्रांसपोर्ट भाड़ा बढ़ाए जाने को लेकर अनाज व्यापारी बढ़े हुए भाड़े को लेकर विरोध कर रहे हैं, जिसको लेकर व्यापारियों ने 22 मार्च सोमवार से मंडी में नीलामी कार्य में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया है, जिससे किसानों को कई तरह की समस्याओं से दो-चार होना पड़ेगा, क्योंकि इस समय गेहूं की फसल खेतों से कट रही है। वहीं, मंडियों में आना शुरू हो गई है। किसानों को शासन की ओर से 0% ब्याज पर कर्ज की तारीख 28 मार्च तक भरने के निर्देश भी मिले हैं, किसान तय तारीख चूक जाता है तो 12% अतिरिक्त ब्याज के साथ कर्ज चुकाना पड़ेगा। एक और शासन द्वारा अब तक समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरू नहीं हुई है, जिससे भी किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, किसान को मजदूरों के कटाई के पैसे हाई वेस्टर मशीनों व कटाई के वह अन्य खर्च के पैसे देना रहते हैं। मंडी बंद होने से तमाम तरह की समस्याओं से किसान को जूझना पड़ेगा। उन्हाेंने मांग की है कि जल्द से जल्द मंडियां चालू हों।

खबरें और भी हैं…



Source link