Jabalpur. मेडिकल कॉलेज में प्रीमेड वॉर्ड का स्ट्रक्चर खड़ा कर दिया गया है. आगे इंटीरियर होगा, संसाधन इंस्टॉल किए जाएंगे.
Jabalpur. मेडिकल कॉलेज में प्रीमेड वॉर्ड का स्ट्रक्चर खड़ा कर दिया गया है. बिजली और पानी का इंतजाम होते ही उम्मीद है कि मंगलवार से यह वॉर्ड कोरोना मरीजों का इलाज शुरू कर देगा.
हवा भरते ही आकार ले लेगा इनफ्लैटेबल स्ट्रक्चर मटेरियल से तैयार यह एक पोर्टेबल प्रीमेड वॉर्ड है. हवा भरते ही इसकी टेंटनुमा आकृति आकार ले लेती है. अंदर कुछ इंटीरियर और चिकित्सा उपकरण रखते ही ये मिनी अस्पताल में बदल जाता है. इस चिकित्सा वॉर्ड की टेंट सहित पूरी सामग्री एक मिनी ट्रक में आ जाती है. पोर्टेबल होने के कारण इसे खोलकर एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाना आसान होता है.
तीन दिन में बन जाएगा वॉर्डबिजली-पानी उपलब्ध होने पर 36 से 72 घंटे के अंदर इस वॉर्ड को बनाकर मरीजों को भर्ती किया जा सकता है. जबलपुर के संयुक्त संचालक स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मेडिकल कॉलेज में तैयार किया जा रहा डोमनुमा यह पोर्टेबल हॉस्पिटल कोरोना मरीजों के लिए वरदान साबित होगा. शहर और ग्रामीण क्षेत्रो में भी इसके उपयोग पर विचार किया जा रहा है. खासकर कोरोना काल मे ग्रामीण क्षेत्र में युद्ध स्तर की तैयारियों को यह मजबूती दे सकेगा.
स्टाफ तैयार मेडिकल कॉलेज में प्रीमेड वॉर्ड का स्ट्रक्चर खड़ा कर दिया गया है. आगे इंटीरियर होगा, संसाधन इंस्टॉल किए जाएंगे. ऐसे में आगे यह अस्थाई कोविड वार्ड का रूप ले लेगा. फिलहाल इसके लिये चिकित्सकीय स्टाफ भी तय कर लिया गया है. बिजली और पानी का इंतजाम होते ही उम्मीद है कि मंगलवार से यह वॉर्ड कोरोना मरीजों का इलाज शुरू कर देगा.