नई दिल्ली: क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में टेस्ट क्रिकेट को सबसे कठिन माना जाता है, क्योंकि यहां सफलता पाने के लिए एक खिलाड़ी को न सिर्फ अच्छी तकनीक की जरुरत होती है, बल्कि धैर्य की भी बहुत आवश्यकता होती है, इसी कारण टेस्ट क्रिकेट में अच्छे-अच्छे दिग्गज हार मान लेते हैं. बावजूद इसके टेस्ट क्रिकेट की दुनिया में कई ऐसे महारथी हुए हैं, जिन्होंने इस प्रारूप में कई शानदार रिकॉर्ड बनाए हैं. वहीं कई बार टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों को अपना विकेट बचाने के लिए बेहद धीमी पारियां खेलनी पड़ती हैं, जिसकी वजह से न के बराबर रन बनते हैं. इसी वजह से आज की इस स्टोरी में हम आपको टेस्ट क्रिकेट की 5 सबसे धीमी पारियों के बताने वाले हैं.
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1. एबी डीविलियर्स
साउथ अफ्रीका के शानदार बल्लेबाज एबी डीविलियर्स (AB de Villiers) ने साल 2015 में भारत के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में 244 गेंदों पर सिर्फ 25 रन बनाए थे. उस वक्त डीविलियर्स के साथ क्रीज पर हाशिम अमला (Hashim Amla) भी थे. उस दौरान डीविलियर्स का स्ट्राइक रेट सिर्फ 10 का था.
2. राहुल द्रविड़
मिस्टर भरोसेमंद उर्फ राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को टेस्ट का महारथी माना जाता था. द्रविड़ ने साल 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ 96 गेंदों पर सिर्फ 12 रन बनाए थे. हालांकि बाद में ये टेस्ट ड्रॉ हो गया था. मगर द्रविड की ये पारी टेस्ट क्रिकेट में अब तक की सबसे धीमी पारियों में गिनी जाती है.
3. हनीफ मोहम्मद
पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद (Hanif Mohammad) ने साल 1954 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 223 गेंदों पर 20 रन बनाए थे. उस वक्त हनीफ का स्ट्राइक रेट 9 का था. वहीं इस मुकाबले का नतीजा ड्रॉ रहा था.
4. ज्योफ एलॉट
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के ज्योफ एलॉट (Geoff Allott) का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. अलॉट ने साल 1999 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक टेस्ट में ग्यारहवें नम्बर पर बल्लेबाजी करते हुए 76 गेंदों का सामना किया था और एक भी रन नहीं बनाया था. अंत में जेफ अलॉट जैक कैलिस की बॉल पर आउट हो गए थे.
5. यशपाल शर्मा
भारत के यशपाल शर्मा (Yashpal Sharma) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 1981 में 157 गेंदों पर 13 रन बनाए थे, तब उनका स्ट्राइक रेट 8 का था. हालांकि, यशपाल की वजह से टीम इंडिया उस मुकाबले को ड्रॉ कराने में सफल हो सकी थी.