कांग्रेस का दल अपनी रिपोर्ट पीसीसी चीफ कमलनाथ को देगा
उप चुनाव (By Election) से पहले सोयाबीन की फसलों को पहुंचे नुकसान को लेकर प्रदेश में सियासत हो रही है. यही कारण है कि बीजेपी और कांग्रेस नेता (Congress) अब खेतों में पहुंचकर किसान का दर्द बांटने में लगे हैं.
फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर पांच सदस्य दल उपचुनाव वाले जिले देवास के खेतों में पहुंचा. देवास के टोंक खुर्द में किसानों से मिलकर फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया. कांग्रेस का सदस्य दल अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपेगा.
कांग्रेस पार्टी ने सोयाबीन और दूसरी फसलों को हुए नुकसान का तत्काल सर्वे कराकर राहत देने की मांग की है. पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे ने कहा है, सरकार सिर्फ उन जिलों पर फोकस कर रही है जहां उपचुनाव होना है. लेकिन कांग्रेस पार्टी की मांग है कि पूरे प्रदेश में फसलों को बड़े पैमाने पर हुए नुकसान का तत्काल सर्वे कराए और किसानों को राहत दे.
सीएम ने लिया जायज़ामुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शुक्रवार को खुद खातेगांव पहुंचे. मुख्यमंत्री ने यहां खेतों में पहुंचकर फसलों को हुए नुकसान का जायज़ा लिया. मुख्यमंत्री ने कहा-संकट के समय सरकार, किसानों के साथ खड़ी है. बीते 1 हफ्ते में सोयाबीन की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है और अब वह खेतों में पहुंचकर नुकसान का जायजा लेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश की अर्थव्यवस्था ठीक नहीं है. बावजूद इसके प्रदेश सरकार किसानों को हर संभव मदद देगी. मुख्यमंत्री ने साफ कहा है संकट के समय राज्य सरकार किसानों को राहत देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
सिंधिया भी फिक्रमंद
बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर सोयाबीन फसलों को हुए नुकसान पर चिंता जताई है. सिंधिया ने कहा प्रदेश में किसान हितैषी सरकार किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करेगी.
किसानों की फिक्र या चुनाव की
मध्य प्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. और ऐसे में किसान वोटरों को साधने के लिए बीजेपी और कांग्रेस पूरा जोर लगा रहे हैं. उप चुनाव से पहले सोयाबीन की फसलों को पहुंचे नुकसान को लेकर प्रदेश में सियासत हो रही है. यही कारण है कि बीजेपी और कांग्रेस के नेता अब खेतों में पहुंचकर किसान का दर्द बांटने में लगे हैं.