हरदा18 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
- प्राचार्य ने टाइम टेबल बनाकर किया अपलोड, आज माॅक ड्रिल हाेगा
कोरोना संकट के चलते अब स्कूल की तरह कॉलेज के विद्यार्थियों की भी 1 अक्टूबर से ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी। इसके लिए कॉलेजों में 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक पूरे दो महीने ऑनलाइन क्लासेस लगाई जाएंगी। इसके लिए स्वामी विवेकानंद काॅलेज में टाइम टेबल बनाया गया। जिसे विश्वविद्यालय की बेवसाइट पर अपलाेड कर दिया है। राेज 40 मिनिट का एक पीरियड लगेगा। राेजाना एक पीरियड ही इसलिए लगेगा क्याेंकि काॅलेज प्रबंधन काे एडमिशन व अन्य काम भी करना है। इसके अलावा विद्यार्थियों के पास डेटा की भी कमी रहेगी। इस कारण किसी भी दिन 40 मिनट से ज्यादा की क्लास नहीं लगेगा। यूजी की क्लास का भी एक ही पीरियड लगेगा। इससे पहले मंगलवार काे माॅक ड्रिल हाेगा। जिले के सभी प्राचार्यों को हर सप्ताह पढ़ाई की जानकारी अतिरिक्त संचालकों को भेजना होगी। जिससे विद्यार्थियों को जो भी परेशानी आ रही होगी, उसे दूर किया जा सकें।
अतिरिक्त संचालक ने काॅलेज के प्राचार्याें की बैठक ली
स्वामी विवेकानंद काॅलेज की प्रभारी प्राचार्य डाॅ. प्रभा साेनी ने बताया कि अतिरिक्त संचालक ने काॅलेज के प्राचार्याें की बैठक ली। इसमें जरूरी निर्देश दिए हैं। यूजी व पीजी कक्षाओं का टाइम टेबल बना लिया है। जिसे अतिरिक्त संचालक काे भेज दिया है।
पूरी तैयारियां कर ली है। अगले दाे दिनाें में माॅक ड्रिल हाेगा। जिसका ऑनलाइन निरीक्षण वरिष्ठ अधिकारियाें द्वारा किया जाएगा। साेनी ने बताया कि 30 नवंबर तक कक्षाएं ऑनलाइन ही लगेंगी। एडमिशन के बारे में उन्हाेंने बताया कि विदयाथी प्राेविजनल प्रवेश लेकर पढ़ाई कर सकेंगे। डाॅ. साेनी ने बताया कि एक पीरियड से ज्यादा इसलिए नहीं लगाए जाएंगे, क्याेंकि स्टाफ काे अन्य काम भी रहेंगे। साथ ही डेटा की कमी भी एक व्यवहारिक परेशानी रहेगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विभिग से मिले पत्र में निर्देशाें का भी पालन किया जाएगा।
जूम एप या गूगल मीट पर लगेंगी ऑनलाइन क्लासें
उच्च शिक्षा के आयुक्त मुकेश कुमार शुक्ल ने कॉलेजों में ऑनलाइन पढ़ाई की गाइडलाइन जारी की है। निजी कॉलेजों को स्कूलों की तर्ज पर जूम एप या गूगल मीट के जरिए ऑनलाइन क्लासें लगाना होगी। जिले के सभी शासकीय कॉलेजों व स्कूलों को 2 माह तक ऐसे ही पढ़ाई करवाना होगी। इसके लिए प्राचार्याें काे टाइम टेबल बनाने काे कहा है। हर सप्ताह पढ़ाई की जानकारी अतिरिक्त संचालकों को भेजना होगी।