माफिया नहीं बुलडोजर चलेगा: भास्कर अभियान शहर का शुद्धिकरण – असर ऐसा कि गुंडों की अवैध कमाई से बने कब्जे हुए ध्वस्त , नगर निगम टीम ने गुरुवार को दो बड़ी कार्रवाई की

माफिया नहीं बुलडोजर चलेगा: भास्कर अभियान शहर का शुद्धिकरण – असर ऐसा कि गुंडों की अवैध कमाई से बने कब्जे हुए ध्वस्त , नगर निगम टीम ने गुरुवार को दो बड़ी कार्रवाई की


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उज्जैन3 घंटे पहले

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  • दूसरी कार्रवाई – कृषि भूमि पर ढाबा चला रहे थे, प्रशासन ने तोड़ा
  • बड़ा सवाल- हर अपराधी का मकान ध्वस्त हो रहा, जेल में बंद और इनामी पुलिसकर्मियों व निगमकर्मियों को क्यों छोड़ा?

पुलिस, प्रशासन की मदद से नगर निगम टीम ने गुरुवार को दो बड़ी कार्रवाई की। शुरुआत ढांचा भवन से की। दूसरी कार्रवाई आगर रोड पर की गई। दोनों कार्रवाई में विरोध को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात था।

शहर में अपराधियों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत रासुका के तहत जेल में बंद गुंडे जितेंद्र बुंदेला और मोनू पेड़वा की हत्या के आरोपी बाला प्रजापति के अवैध निर्माण प्रशासन के निशाने पर रहे। कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर जिले में गैरकानूनी कार्यो में लिप्त गुंडे, बदमाशों और अतिक्रामकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

इसी क्रम में कुख्यात गांजा तस्कर जितेंद्र बुंदेला के ढांचा भवन कॉलोनी स्थित अवैध मकान को प्रशासन, पुलिस और नगर निगम की गैंग ने तोड़ दिया। बुंदेला पर 40 से अधिक अपराध दर्ज हैं। गांजा तस्करी व अन्य अपराध में वह रासुका की कार्रवाई से जेल में बंद है। पुलिस ने बुंदेला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के साथ उसके अवैध निर्माण का भी पता लगाया है। इसके बाद गुरुवार को कार्रवाई की।

दूसरा मकान अवैध मिलने पर किया जाएगा जमींदोज

नगर निगम के भवन अधिकारी पीयूष भार्गव ने बताया सांदीपनिनगर स्थित मकान जितेंद्र की पत्नी उर्मिला के नाम है। दो वर्ष पहले जितेंद्र ने अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा करके मकान बना लिया था। निगम की ओर से 21 अक्टूबर को नोटिस जारी किया था। इसमें लिखा था कि ढांचा भवन में संबंधित मकान किसकी स्वीकृति से बनाया। स्वीकृति के प्रमाण कार्यालय में प्रस्तुत करें।

ऐसा नहीं होने पर संबंधित भवन को अवैध निर्माण की श्रेणी में माना जाकर कार्रवाई की जाएगी। भवन निरीक्षक सौम्या चतुर्वेदी ने बताया उन्हें दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए 25 अक्टूबर तक का वक्त दिया था। इस अवधि में उन्होंने कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए, जिसके तहत गुरुवार को मकान तोड़ने की कार्रवाई की गई।

नोटिस के बाद पत्नी मकान खाली कर दूसरे मकान में रहने चली गई थी। मकान गिराए जाने की आशंका के कारण उसे पहले से खाली करवा लिया था। भार्गव का कहना है कि जितेंद्र का दूसरा मकान शिवशक्ति नगर में भी है। उसकी भी जांच की जा रही है। अवैध मिला तो गिरा दिया जाएगा। जितेंद्र का बेटा भी अपराधी है। उस पर हत्या का आरोप है।



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