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भोपाल8 मिनट पहले
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पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह रोशनपुरा चौराहे पर चल रहे धरने में शामिल होने पहुंचे।
- पेट्रोल- डीजल, रसोई गैस सिलेंडर व बिजली के दामों में वृद्धि का भी विरोध
- हर जिले व ब्लाक स्तर पर धरना प्रदर्शन, भोपाल में बड़े नेता हुए शामिल
मध्य प्रदेश कांग्रेस कृषि कानून के खिलाफ और किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतर गई। राजधानी भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर पूर्व CM दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, अरुण यादव और विधायक आरिफ मसूद धरने पर पहुंचे। यह प्रदर्शन पूरे प्रदेश में जिला व ब्लाक स्तर पर हो रहा है।
प्रदेश संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने सभी जिला अध्यक्षों को निर्देश जारी किए थे, जिसमें कहा गया था कि पेट्रोल- डीजल की मूल्यवृद्धि, रसोई गैस सिलेंडर के दामों में वृद्धि, किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध और किसानों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया जाना है।
इससे पहले शुक्रवार को पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी सरकार किसान विरोधी है। किसान आंदोलन के समर्थन में अब कांग्रेस सड़क पर उतरेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 6 माह में 267 मंडियों में से 47 मंडी बंद हो चुकी हैं। मंडियां बंद होने की जानकारी सरकारी पोर्टल पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए है, लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं हो रही है। उन्होंने सरकार के समर्थन मूल्य पर अनाज खरीदी के दावों को खोखला बताया। जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि आज बीजेपी के मंत्री किसानों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। किसानों को टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ चीन-पाकिस्तान के साथ कनेक्शन बता रहे है।
किसान विरोधी है कानून
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करने वाले आज किसान को पूरी तरह से बर्बाद करने पर आमादा है। कृषि कानूनों का बीजेपी खुलकर समर्थन कर रही है, वे किसान विरोधी हैं। हमारी सरकार द्वारा शुरू की गई किसान कर्ज माफी योजना को बंद कर शिवराज सरकार का किसान विरोधी कदम है।
कांग्रेस इन पांच बिंदुओं पर कर रहे हैं विरोध
- किसानों के तीनों काले कानून वापस लो
- बिजली की बढ़ी हुई दरें वापस लो
- पेट्रोल की बढ़ी हुई दरें वापस लो
- डीजल की बढ़ी हुई दरें वापस लो
- गैस सिलेंडर की बढ़ी हुई दरें वापस लो