स्ट्रेन का खतरा: जबलपुर में 25 नवंबर के बाद 12 लोग इंग्लैंड होकर आए, एयरपोर्ट की सूची लेकर रात में सेम्पल लेने दौड़ा स्वास्थ्य अमला

स्ट्रेन का खतरा: जबलपुर में 25 नवंबर के बाद 12 लोग इंग्लैंड होकर आए, एयरपोर्ट की सूची लेकर रात में सेम्पल लेने दौड़ा स्वास्थ्य अमला


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Jabalpur
  • After 25 November In Jabalpur, 12 People Came Through England, Ran A Health Checkup After Taking A List Of The Airport.

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

जबलपुर20 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

रात को सेम्पल लेने टीम को रवाना करते हुए

  • इंग्लैंड से आए सभी 12 यात्रियों को उनके घरों में किया गया आइसोलेट

कोरोना के दूसरे संक्रमण स्ट्रेन ने जबलपुर में भी हड़कंप मचा दिया है। 12 लोग 25 नवंबर के बाद इंग्लैंड से होकर जबलपुर आए हैं। एयरपोर्ट से इन 12 यात्रियों की सूची मिलते ही मंगलवार को प्रशासन हरकत में आ गया। रात 10 बजे आनन-फानन में सीएमएचओ ने 12 टीम बनाकर सभी के सेम्पल लेने रवाना किया। इन सभी लोगों को घर पर ही आइसोलेट किया गया है। यदि जरूरी हुआ तो सभी को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।

घर में आइसोलेट
जानकारी के अनुसार इंग्लैंड में कोरोना के दूसरे स्वरूप स्ट्रेन के मरीज सामने आ चुके हैं। वहां से यात्रा कर इस अवधि में 12 लोग जबलपुर आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इंग्लैंड से लौटे लोगों को घर में ही आइसोलेट कर दिया है। कोरोना जांच के लिए उनके सैंपल वायरोलॉजी लैब भेजे जा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रत्नेश कुरारिया ने बताया कि कोरोना की दूसरी स्ट्रेन का खतरा जबलपुर में नहीं है। पर बतौर सतर्कता आगामी आदेश तक उन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा।
कलेक्टर के निर्देश पर दौड़ी टीम
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के आदेश पर यूके से जबलपुर आए लोगों की सूची मिलते ही देर रात को कोविड सैंपलिंग के लिए टीम भेजी गई। यूनाइटेड किंगडम से जबलपुर आए लोगो की सूची एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सीएमएचओ को भेजी थी। कलेक्टर के निर्देश पर डीपीएम विजय पांडे, डॉ विभोर हजारी, डॉ प्रियंक दुबे सहित 10 चिकित्सकों को जिम्मेदारी दी गई। रात 10 बजे टीम तैयार कर चिकित्सकों को सैंपलिंग किट के साथ यात्रियों के दिए गए पते पर रवाना किया गया। रात में ही सैम्पल टेस्ट मेडिकल कोविड लैब भेजा जाएगा।
अधिक आक्रामक हो गया है वायरस
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुरारिया ने बताया कि कोरोना के नए स्वरूप स्ट्रेन में वायरस ज्यादा आक्रामक हो गया है। यदि दूसरे स्ट्रेन का संक्रमण फैलता है तो ठंड में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि नागरिकों की जागरुकता कोरोना को हरा सकती है। दो गज की दूरी व मास्क के निर्देश का पालन करते हुए वे स्वयं व स्वजन को संक्रमण से बचा सकते हैं।



Source link