जायजा: कमिश्नर काे आईसीयू वार्ड में जाने के लिए तत्काल कर्मचारी से मंगवाई स्लीपर, तब देखी व्यवस्थाएं

जायजा: कमिश्नर काे आईसीयू वार्ड में जाने के लिए तत्काल कर्मचारी से मंगवाई स्लीपर, तब देखी व्यवस्थाएं


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टीकमगढ़2 घंटे पहले

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टीकमगढ़। दवा वितरण केंद्र का किया निरीक्षण।

  • कमिश्नर के दो दिन पहले व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए जेडी भी गए थे जिला अस्पताल

संभागयुक्त कमिश्नर मुकेश शुक्ला सोमवार को जिले के दौरे पर रहे। इस दौरान शाम 4 बजे जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जब कमिश्नर शुक्ला आईसीयू वार्ड पहुंचे, तो वहां वार्ड में जाने स्लीपर (चप्पल) नहीं थी। जबकि आईसीयू वार्ड में जाने के लिए मरीजों के परिजनों को स्वयं के जूते-चप्पल बाहर उतारकर आईसीयू वार्ड में रखीं स्लीपर पहनकर जाना पड़ता है, लेकिन जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड में जब इस तरह की असुविधा देखने मिली तो, जब अधिकारियों ने आनन-फानन में स्लीपर मंगवाई।

इसके बाद कमिश्नर स्लीपर पहनकर आईसीयू वार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान आईसीयू में ड्यूटी में पदस्थ कर्मचारी की भी लापरवाही नजर आए। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर शुक्ला ने कहा कि आईसीयू वार्ड को एयर कंडीशन बनाया जाए। इसके लिए कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी को सहयोग करने की बात कही है। कमिश्नर ने वार्ड में चार एसी लगवाने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सेवाएं लोगों को बेहतर मिलें, इसका प्रयास करें। साथ ही निरीक्षण का उद्देश्य यह ही होता है कि सुविधाओं को और बेहतर कैसे किया जा सके। एनआरसी कक्ष के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग कुपोषण मिटाने के लिए ऐसे प्रयास करें कि कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती नहीं होना पड़े और वे स्वस्थ हो जाए। कमिश्नर ने ओपीडी में पर्चे बनाने की विधि को देखा। इसके बाद दवा वितरण केंद्र पर देने वाली दवाओं की जानकारी ली। साथ ही प्रत्येक वार्डों का निरीक्षण भी किया। इस दौरान अस्पताल की हर गतिविधियों से सिविल सर्जन अमित चौधरी ने कमिश्नर को अवगत कराया। निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ डॉ. ओपी अनुरागी, एसडीएम सौरभ मिश्रा सहित संबंधित डॉक्टर और अधिकारी उपस्थित थे।

सफाई व्यवस्था पर भी ध्यान रखा गया
जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर दो दिन पहले जेडी जितेंद्र यादव ने निरीक्षण किया था। इस दौरान अस्पताल की गतिविधियों की जानकारी लेकर व्यवस्थाओं में सुधार किया। साथ ही सफाई व्यवस्था पर भी ध्यान रखा गया। इसके बाद सोमवार को कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने निरीक्षण किया, तो जेडी जितेंद्र यादव भी साथ में थे, लेकिन उन्होंने कमिश्नर के साथ जायजा नहीं लिया। वे कमिश्नर के निरीक्षण के दौरान अधिकतर वार्ड के बाहर ही घूमते नजर आए।

कमिश्नर ने मरीज से पूछा, इलाज हो रहा है
जिला अस्पताल के सर्जीकल वार्ड में निरीक्षण करने पहुंचे कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने भर्ती मरीज रामसहाय यादव से इलाज के संबंध में बात की। कमिश्नर ने मरीज से पूछा कि अस्पताल में इलाज ठीक मिल रहा है कि नहीं। जिस पर मरीज ने कहा कि मुझे पैर में चोट लगी हुई थी। इस कारण तीन दिन से भर्ती हूं और इलाज भी ठीक मिल रहा है। इसके बाद सर्जीकल वार्ड में ड्यूटी दे रहीं नर्सों से जानकारी ली।

डॉक्टरों के अभाव नहीं मिल रही स्वास्थ्य सेवाएं
निरीक्षण के दौरान अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं और इलाज के प्रति डॉक्टरों की कमी सामने आने की बात कमिश्नर ने भी स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की कमी के चलते लोगों काे बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है। अस्पताल में डॉक्टर की कमी पूरी करने के लिए प्रयास करेंगे। जिससे अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं दुरस्त हो सकें।



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