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रतलाम10 घंटे पहले
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- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने की नारेबाजी, कलेक्टर के नहीं मिलने से हुए नाराज
कलेक्टोरेट में गुरुवार को अभाविप की छात्र शक्ति का गुस्सा फूट गया। छात्र नारेबाजी करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन देने आए थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि कलेक्टर नहीं हैं तो वे नाराज हो गए। गुस्सा ऐसा कि जब एक अन्य अधिकारी ने कहा कि हम आपका ज्ञापन कलेक्टर तक पहुंचा देंगे तो अभाविप के विभाग सहसंयोजक शुभम चौहान ने उन्हें यह कहकर रवाना कर दिया कि आप नेतागिरी मत करो…। विभाग संयोजक ने कहा कि कलेक्टर हमारी बात को गंभीरता से नहीं लेते हैं, हमने पहले ही सूचना दी थी कि हम आएंगे, लेकिन उनका घूमने जाना ज्यादा जरूरी है।
परिसर में बैठ गए छात्र, आधे घंटे की नारेबाजी, एसडीएम को ज्ञापन देने से इनकार
छात्र कला व विज्ञान महाविद्यालय से कलेक्टोरेट तक पैदल ही नारे लगाते गए थे। कलेक्टर के नहीं आने से छात्र परिसर में बैठ गए। जब-जब छात्र बोला है… तब-तब सिंहासन डोला है, भारत माता की जय…,जैसे नारे लगाने लगे। एसडीएम अभिषेक गेहलोत छात्रों से ज्ञापन लेने आए तो उन्हें मना कर दिया। अंत में विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों की समझाइश के बाद छात्र माने। अपर कलेक्टर जमुना भिड़े को ज्ञापन दिया। प्रदेश महामंत्री सुरभि रावल, जिला सहसंयोजक अनुज पोरवाल मौजूद थे।
छात्रों की ये दो प्रमुख मांगें
2019-20 की छात्रवृत्ति व आवास भत्ता नहीं मिला, इससे परेशानी है। खातों में जमा हो।
कोरोना काल में होस्टल बंद होने के कारण विद्यार्थी कमरा किराए पर लेकर रह रहे हैं, तत्काल छात्रावास खोलें।
सभी परेशान हैं
^हॉस्टल बंद है, जबकि सिनेमाघर, जिम खुले हैं। विद्यार्थियों को बस से आवागमन करना पड़ रहा है। सभी परेशान हैं।
कृष्णा डिंडोर,
जिला संयोजक, रतलाम
आंदोलन किया जाएगा
^रतलाम आदिवासी बाहुल्य जिला है। छात्र परेशान हैं। छात्रों ने पहले कलेक्टर को सूचना दे दी थी, फिर भी वे नहीं आए। तीन दिन में मांगें नहीं मानते हैं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
शुभम चौहान, विभाग सह संयोजक