सौगात: हैवी ड्राइविंग लाइसेंस के ट्रायल के साथ महिलाओं को प्रशिक्षण, तीन को मिली नौकरी, दूसरा बैच 27 फरवरी से शुरू

सौगात: हैवी ड्राइविंग लाइसेंस के ट्रायल के साथ महिलाओं को प्रशिक्षण, तीन को मिली नौकरी, दूसरा बैच 27 फरवरी से शुरू


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इंदौर3 मिनट पहले

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  • 350 महिलाओं में से 35 महिलाओं का चुनाव करना कठिन
  • जरूरतमंद महिलाओं को ड्राइविंग का प्रशिक्षण

नायता मुंडला स्थित आरटीओ संकुल करोड़ों रुपए की लागत में बनाया गया है फिर भी हैवी ड्राइविंग लाइसेंस की ट्रायल के साथ महिलाओं का प्रशिक्षण नंदा नगर स्थित आईटीआई में किया जा रहा है यह नियम विरुद्ध है वह इसलिए कि यह प्रशिक्षण आईटीआई के अधिकारी नहीं दे रहे हैं ,संस्था दे रही है यह संस्था आरटीओ कार्यालय जाकर भी प्रशिक्षण दे सकती है। इधर प्रदेश में पहली बार इंदौर में जरूरतमंद महिलाओं को ड्राइविंग का प्रशिक्षण देने की दूसरी बैच 27 फरवरी से शुरू होगी। इस बार 350 महिलाओं में से 35 महिलाओं का चुनाव करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।

प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रभारी अर्चना मिश्रा के मुताबिक पहली बैच का प्रशिक्षण 14 फरवरी को पूरा हो गया है, जिसमें हमने 50 महिलाओं को तैयार कर दिया हैं। अब यह महिलाएं चार पहिया वाहन चलाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। 27 फरवरी से हम दूसरी बैच शुरू करने जा रहे हैं, जिसमें करीब 35 महिलाओं का चयन किया जाएगा। इसके लिए हमारे पास करीब 350 आवेदन आ चुके हैं। अब इसमें से स्क्रूटनी की जा रही है। इंदौर के अलावा आस-पास के जिलों की महिलाएं भी इस संबध में नंदा नगर स्थित ड्राइविंग ट्रैनिंग संस्थान में आकर रोजाना जानकारी ले रही हैं। हमारा प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक महिलाओं को मौका दे सकें। हम लगातार मुख्यालय से भी चर्चा कर रहे हैं।

हम विभिन्न सरकारी और निजी कंपनियों से चर्चा कर उनसे इन महिलाओं को वाहन चालक की नौकरी पर रखने के लिए भी चर्चा कर रहे हैं, जिससे इन्हें जल्द नौकरी मिल जाएगी। अभी पहली बैच की तीन महिलाओं को नौकरी मिल गई है, जबकि एक वाहन डीलर और एक ड्राइवर उपलब्ध करवाने वाली एजेंसी से भी चर्चा की जा रही है। इसमें कई महिलाओं को नौकरी मिल जाएगी। इसके अलावा हम सीएसआर फंड से महिलाओं को ई- रिक्शा दिलवाने के प्रयास में भी जुटे हैं। -अर्चना मिश्रा, एआरटीओ इंदौर



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