भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच अहमदाबाद में खेला जा रहा है.(PIC : PTI)
India vs England: इंग्लैंड की पहली पारी में 9 विकेट भारतीय स्पिनर्स ने लिए. इसमें अक्षऱ पटेल ने 6 और रविचंद्रन अश्विन ने तीन विकेट लिए.
- News18Hindi
- Last Updated:
February 24, 2021, 7:01 PM IST
इससे पहले डे-नाइट टेस्ट की एक पारी में सबसे ज्यादा 8 विकेट स्पिनर्स ने लिए थे. यह मुकाबला 2016 में वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के बीच दुबई में खेला गया था. तब विंडीज के स्पिनर देवेंद्र बिशू ने सभी 8 विकेट लिए थे. ये पिंक बॉल टेस्ट की किसी पारी में स्पिनर का सबसे बेहतर प्रदर्शन है. मोटेरा में इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 6 विकेट लेकर अक्षर भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं. ये किसी स्पिनर का डे-नाइट टेस्ट की एक पारी में सबसे बेहतर प्रदर्शन है.
अक्षर पिंक बॉल टेस्ट में 5 विकेट लेने वाले पहले भारतीय स्पिनर
मोटेरा टेस्ट में अक्षर सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने पहली पारी में 38 रन देकर 6 विकेट लिए. अक्षर ने लगातार दूसरी पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट झटके. पिछले टेस्ट की दूसरी पारी में भी उन्होंने 5 विकेट लिए थे. इसके अलावा वो पिंक बॉल टेस्ट में पांच विकेट लेने वाले पहले भारतीय स्पिनर बने. उनसे पहले पिंक बॉल टेस्ट की एक पारी में रविचंद्रन अश्विन ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए थे. अश्विन ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे में एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में यह कारनामा किया था. उन्होंने 18 ओवर में 55 रन देकर चार विकेट हासिल किए थे.अक्षर पिंक बॉल टेस्ट की एक पारी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय
मोटेरा टेस्ट की पहली पारी में 6 विकेट लेकर अक्षर पिंक बॉल टेस्ट की किसी एक पारी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय भी बन गए हैं. उनसे पहले यह रिकॉर्ड ईशांत शर्मा के नाम था. ईशांत ने 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ हुए पहले पिंक बॉल टेस्ट में एक पारी में 22 रन देकर पांच विकेट लिए थे. इसी टेस्ट में उमेश यादव ने भी पांच विकेट लिए थे. अक्षर पिंक बॉल टेस्ट में पांच विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय हैं.
मोटेरा में भारत देश में अपना दूसरा पिंक बॉल टेस्ट खेल रहा है. इससे पहले 2019 में कोलकाता में भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ पहला डे-नाइट टेस्ट खेला था. तब भी मेहमान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की थी और पहली पारी में सिर्फ 106 रन बनाए थे और आज भी इंग्लैंड की पूरी टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 112 रन पर ऑल आउट हो गई. लेकिन उस मैच और मोटेरा में यही फर्क रहा कि तब पहली पारी में बांग्लादेश के सभी 10 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए थे और मोटेरा में सिर्फ एक विकेट तेज गेंदबाज को मिला. बाकी 9 स्पिनर्स के खाते में आए.