भास्कर खास: 2,444 लापता बच्चियों को जनवरी के 25 दिनों में ढूंढ निकाला, इनमें 429 देश के 22 राज्यों में मिलीं, सबसे ज्यादा गुजरात में

भास्कर खास: 2,444 लापता बच्चियों को जनवरी के 25 दिनों में ढूंढ निकाला, इनमें 429 देश के 22 राज्यों में मिलीं, सबसे ज्यादा गुजरात में


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • 2,444 Missing Girls Were Traced In 25 Days Of January, Out Of These 429 Were Found In 22 States Of The Country, Maximum In Gujarat

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

भोपाल2 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

प्रतिकात्मक फोटो

  • प्रदेशभर में इस साल 6 से 31 जनवरी के बीच चलाया गया था ऑपरेशन मुस्कान
  • जनवरी 2021 में मप्र पुलिस ने 2444 नाबालिग बालिकाओं को ढूंढ निकाला

मप्र के जिलों से अगवा की गई पांच महिलाओं को राजस्थान में बेचा गया है। ऑपरेशन मुस्कान में पुलिस ने जब इन पांचों महिलाओं को तलाशा तो इसका खुलासा हुआ। महिलाओं के बयान के बाद छिंदवाड़ा, जबलपुर, कटनी और बालाघाट पुलिस ने पांचों मामलों में मानव दुर्व्यापार के केस दर्ज कर लिए हैं।

जनवरी 2021 में मप्र पुलिस ने 2444 नाबालिग बालिकाओं को ढूंढ निकाला है। इसके लिए पुलिस ने देश के 22 राज्यों में भी दबिशें दीं और 429 नाबालिगों को तलाश लिया। अब मप्र पुलिस की महिला अपराध शाखा ने स्कूल ऑफ गुड गवर्नेंस से अनुबंध किया है। इन्हें ये पता लगाना है कि ये नाबालिग इन राज्यों में क्यों ले जाई गई थीं?

बच्चों के अगवा होने के मामले में पुलिस मुख्यालय ने प्रदेशभर में 6 जनवरी से 31 जनवरी के बीच ऑपरेशन मुस्कान चलाया था। इन 25 दिनों में मप्र पुलिस ने अगवा हुई 2444 बालिकाओं को ढूंढ निकाला। इनमें 429 ऐसी हैं, जो दूसरे राज्यों में मिलीं हैं। इस दौरान सामने आया कि छिंदवाड़ा से दो और जबलपुर, कटनी, बालाघाट से एक-एक महिला को अगवा कर राजस्थान में बेच दिया गया था।

जानकारों का मानना है कि राजस्थान में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की दर कम होने के कारण महिलाओं की खरीद-फरोख्त होती है। हालांकि, संबंधित जिला पुलिस ने पांचों मामलों में मानव दुर्व्यापार के केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।

महाराष्ट्र से 82, उप्र से 71, राजस्थान से 44 बच्चियों को पुलिस ने ढूंढ निकाला

आईजी दीपिका सूरी ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत मप्र पुलिस ने 82 फीसदी बालिकाओं को प्रदेश में ढूंढ निकाला है। 18 फीसदी ऐसी थीं, जिन्हें देश के 22 अलग-अलग राज्यों में जाकर तलाशा गया। इनमें सबसे ज्यादा 83 अगवा हुई नाबालिग बच्चियां गुजरात में मिलीं हैं, जबकि महाराष्ट्र से 82, उप्र से 71, राजस्थान से 44, दिल्ली से 32 और जम्मू-कश्मीर से 5 लड़कियों को ढूंढा गया है।

फरियादी को प्रकरण के बारे में जानने का हक: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद पुलिस अगवा हुई बालक-बालिका के परिवार को अधिकार पत्र दे रही है। लंबित प्रकरण में फरियादी पक्ष को ये जानने का हक रहेगा कि अपहरण के मामले में पुलिस ने आरोपियों को तलाशने के लिए क्या-क्या कोशिशें कीं। साथ ही ये कोशिशें कब-कब की गईं और बरामदगी के बाद भी फरियादी पक्ष को आगे की कार्रवाई के बारे में जानने का अधिकार होगा।

संगठित गिरोह तो काम नहीं कर रहा है: बालिकाओं और महिलाओं की बरामदगी के बाद मप्र पुलिस की महिला अपराध शाखा ने स्कूल ऑफ गुड गवर्नेंस से अनुबंध किया है। स्कूल ऑफ गुड गवर्नेंस को ये स्टडी करनी है कि कहीं इन बालिकाओं को अगवा करने के लिए कोई संगठित गिरोह तो काम नहीं कर रहा है?

खबरें और भी हैं…



Source link