जच्चाखाना मुरार का मामला: युवती से डॉक्टर ने गर्भ का पूछा तो भीम आर्मी ने किया हंगामा, गेट किया बंद

जच्चाखाना मुरार का मामला: युवती से डॉक्टर ने गर्भ का पूछा तो भीम आर्मी ने किया हंगामा, गेट किया बंद


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ग्वालियर10 मिनट पहले

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  • डॉक्टर ने की हमला करने की शिकायत

जच्चाखाना मुरार में शनिवार को भीम आर्मी के लोगों ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मैमुना खातून पर युवती को जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित करने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। गुस्से में लोगों ने जच्चाखाना मुरार का गेट बंद कर दिया और किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया। हंगामे की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आरएमओ डॉ. आलोक पुरोहित, डॉ. सुनील शर्मा, मुरार थाना प्रभारी अजय पवार वहां पहुंच गए। पुलिस अधिकारियाें ने हंगामा कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पर अड़े हुए थे।

हंगामा कर रहे एक युवक ने तो यहां तक कह दिया कि गेट नहीं खुलेगा, मरीज को केआरएच ले जाओ। पुलिस ने भीम आर्मी के संभाग प्रभारी रूपेश केन से कहा कि आप अपनी शिकायत दीजिए, हम जांच कर कार्रवाई करेंगे और गेट से हट जाओ मरीज परेशान हो रहे हैं।

इस पर एक युवक ने कहा कि हमारे साथ जबरदस्ती की गई तो पूरा मुरार जाम करा दूंगा। करीब पौन घंटे गेट बंद रहने के कारण एंबुलेंस खड़ी रहीं। बाद में पुलिस ने लोगों को हटाया और गेट खोल दिया। भीम आर्मी के लोग देर शाम तक गेट पर बैठे रहे। मुरार थाना प्रभारी अजय पवार का कहना है कि डॉ. मैमुना खातून ने शिकायती आवेदन दिया है। दूसरे पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है। इस मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
भीम आर्मी की महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष का है मामला
भीम आर्मी के संभाग प्रभारी रूपेश केन का कहना है कि हमारे महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष मंदाकिनी घुरैया दिखाने गईं थीं। डॉक्टर ने उनसे पूछा कि कितने महीने की प्रेग्नेंट हो, जबकि उनके पर्चे पर कु. लिखा हुआ था। हमारी मांग है कि डॉक्टर के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे निलंबित किया जाए। जबतक मांग पूरी नहीं होती तब तक हम नहीं हटेंगे।
वे मुझे गालियां देते रहे और मारने के लिए दौड़े, कमरे में बंद होकर बचाई जान
दोपहर डेढ़ बजे दो-तीन महिलाएं और 10-15 पुरुष आए और बोले हमें युवती को दिखाना है। मैंने युवती से पूछा कि क्या दिक्कत है और कितने माह की प्रेग्नेंसी है। यह सुनकर वे लोग गालियां देने लगे और बोले अभी युवती की शादी नहीं हुई है। इसे तो पेट दर्द हो रहा है। इस पर मैंने उनसे कहा कि आप जहां दिखाने आए हो वहां तो गर्भवती महिलाएं ही आती है।

अगर आपको बुरा लगा हो तो मैं क्षमा मांगती हूं। इसके बाद भी वह मुझे गालियां देते हुए मुझे मारने के लिए टेबल पर चढ़ गए। मैंने भाग कर स्वयं को कमरे में बंद कर लिया और जान बचाई। मेरे साथ यह घटना साजिशन हुई है। दो माह पहले मैंने डबरा बीएमओ के खिलाफ शिकायत करते हुए सुरक्षा की मांग की थी। यदि साजिश नहीं होती तो मंदाकिनी डबरा से मुरार में दिखाने क्यों आती? मैंने शिकायत मुरार थाने में की है। – जैसा कि स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मैमुना खातून ने बताया।

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