कोरोना कर्फ्यू के बाद भी उज्जैन में रोज करीब 1000 लोगों का पिंडदान किया जा रहा था.
Ujjain. पंडे ऑनलाइन पिंडदान और पूजन करवाने के लिए हाजिर हैं. जिस को भी पूजन करवाना है वो मोबाइल या अन्य तरीके से पंडित से संपर्क कर पिंडदान करवा सकते हैं.
उज्जैन में देश भर से पिंडदान के लिए लोग पहुंचते हैं. देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन के कारण आवाजाही कम तो हुई थी लेकिन पूरी तरह बंद नहीं हुई थी. प्रतिबंध के बावजूद लोग राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से उज्जैन पहुंच रहे थे. मृतकों की आत्मा की शान्ति और मोक्ष के लिए क्षिप्रा नदी के किनारे राम घाट, शनि मंदिर, कालिदेह पैलेस पर पिंड दान कर रहे थे. रोज करीब 1000 लोग यहां पिंड दान करवा रहे थे. अगले आदेश तक बंद पंडित राजेश त्रिवेदी ने बताया अधिकारियों से इस संबंध में बात हुई है. कोरोना का भयावह रूप देख कर पंडा समिति के सभी पंडितों ने तय किया है कि आज से अगले आदेश तक पिंडदान और कर्म कांड पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. अब से किसी भी जजमान का पूजन नहीं करवाएंगे.
ऑनलाइन पिंडदान ये पंडे ऑनलाइन पिंडदान और पूजन करवाने के लिए हाजिर हैं. जिस को भी पूजन करवाना है वो मोबाइल या अन्य तरीके से पंडित से संपर्क कर पिंडदान करवा सकते हैं. शहर में कोरोना संक्रमण को देखते हुए अभी कुछ दिन ऐसे ही निकालने होंगे.