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Caracal in Gandhi Sagar: मध्य प्रदेश के गांधी सागर अभ्यारण्य में पहली बार दुर्लभ वन्यजीव कैराकल (स्याहगोश) कैमरे में कैद हुआ है. तेंदुए जैसी आंखों और लंबे कानों वाली इस जंगली बिल्ली की मौजूदगी पर्यावरण संतुलन क…और पढ़ें
दुर्लभ वन्यजीव कैराकल
हाइलाइट्स
- मंदसौर जिले में दिखा दुर्लभ वन्यजीव .
- कैराकल दिखने में एकदम खास होता है.
- इसकी आंखें तेंदुए जैसी चमकदार, धड़ बिल्ली जैसा होता है.
मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के गांधी सागर अभ्यारण्य से एक दुर्लभ वन्यजीव के देखे जाने की खबर आई है. यहां एक कैमरा ट्रैप में ‘कैराकल’ नाम की जंगली बिल्ली देखी गई है, जिसे स्थानीय लोग ‘स्याहगोश’ के नाम से जानते हैं. ये जीव आमतौर पर बहुत कम दिखाई देता है और बेहद रहस्यमयी माना जाता है.
कैराकल दिखने में एकदम खास होता है. इसकी आंखें तेंदुए जैसी चमकदार, धड़ बिल्ली जैसा, और कान लंबे-नुकीले होते हैं जिन पर काले बाल होते हैं. इसकी बनावट और चाल-ढाल जंगल के माहौल में इसे छुपने और शिकार करने में माहिर बनाती है.
जिला वन अधिकारी संजय रायखेरे कहते हैं कि “कैराकल एक शर्मीला, रात्रिचर और तेज़ दौड़ने वाला मांसाहारी जानवर है.” ये शुष्क, झाड़ीदार और पथरीले इलाकों में पाया जाता है. ये शिकार करने में बेहद तेज़ और फुर्तीला होता है, जो छोटे स्तनधारियों और पक्षियों का शिकार करता है.
गाँधी सागर अभयारण्य में पाया गया दुर्लभ “स्याहगोश’’
दुर्लभ प्रजातियों के लिये सुरक्षित आश्रय-स्थली बना अभ्यारण्य
मध्यप्रदेश में वर्षों बाद संरक्षित क्षेत्र में कैराकल की पुष्टि गर्व की बात