दतिया कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने बुधवार को पुराने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित विभागीय कार्यालयों का अचानक निरीक्षण किया। महिला एवं बाल विकास, सहकारिता विभाग और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन समेत कई दफ्तरों में निरीक्षण के दौरान कई कर्मचारी गैरमौजूद मिले
.
निरीक्षण के दौरान कई कार्यालयों में रिकॉर्ड संधारण की स्थिति ठीक नहीं पाई गई। फाइलों की स्थिति और कामकाज की निगरानी व्यवस्था कमजोर मिली, जिस पर कलेक्टर वानखड़े ने नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों को सख्त लहजे में सुधार के निर्देश दिए।
‘काम में लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं होगी’ कलेक्टर ने साफ कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाना जिम्मेदारों की जवाबदेही है। काम में लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को तत्काल कार्यप्रणाली सुधारने और अनुशासन बनाए रखने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि आगे भी इसी तरह औचक निरीक्षण होते रहेंगे और लापरवाही मिलने पर कार्रवाई तय है।
निरीक्षण के दौरान कई गड़बड़िया सामने आई।
कलेक्टर के निरीक्षण से कार्यालयों में हलचल जैसे ही कलेक्टर के निरीक्षण की खबर फैली, अन्य विभागों में हलचल मच गई। कर्मचारी अपनी सीटों पर नजर आने लगे और फाइलें ठीक करने की जल्दी शुरू हो गई। कलेक्टर ने कहा कि शासन की योजनाएं कागजों में नहीं, जमीन पर दिखनी चाहिएं। आम लोगों से जुड़े कार्यों में कोई देरी या ढिलाई नहीं होनी चाहिए।