दतिया जनसुनवाई में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के मामले: विकलांग की दुकान छीनी, आंगनबाड़ी भर्ती में फर्जीवाड़े की भी आईं शिकायतें – datia News

दतिया जनसुनवाई में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के मामले:  विकलांग की दुकान छीनी, आंगनबाड़ी भर्ती में फर्जीवाड़े की भी आईं शिकायतें – datia News



दतिया कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जनसुनवाई में लोगों ने खुलकर अपनी शिकायतें रखीं। कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने लोगों की शिकायत पर कार्रवाई के निर्देश दिए। जनसुनवाई में दिव्यांग, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और बुजुर्गों ने अपनी अपनी शिकायतें कलेक्टर के सामने सु

.

दिव्यांग की दुकान छीनी पूर्ण रूप से दिव्यांग ​​व्यक्ति ​​​​​जगदीश ने शिकायत करते हुए बताया कि बताया कि 22 साल पहले आजीविका के लिए मिली उनकी दुकान का आवंटन रद्द कर दिया गया। जबकि एक अन्य व्यक्ति से 1 लाख रुपए लेकर उसका आवंटन जारी रखा गया। अब यह दुकान करोड़पति पूर्व सरपंच रमेश के नाम है, जो न गरीब है, न विकलांग। जगदीश ने अपनी दुकान वापस दिलाने की मांग की।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी की शिकायतें ग्राम चकपिपरा की किरण जाटव ने आरोप लगाया कि उनका नाम आंगनबाड़ी केंद्र के एक स्वसहायता समूह में फर्जी तरीके से जोड़कर बैंक से पैसे निकाले गए और सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी की गई।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भर्ती में भी गड़बड़ियों की शिकायतें आईं

  • ग्राम कंजोली की क्रांति जाटव ने कहा कि उनके बीपीएल अंक घटाकर उन्हें नीचे कर दिया गया और फर्जी कागजात वाले उम्मीदवारों को लाभ दिया गया।
  • सुनीता जाटव ने बताया कि उन्हें जाति प्रमाणपत्र के अंक नहीं दिए गए और बीपीएल पात्रता में फर्जीवाड़ा हुआ।
  • ग्राम मऊ की सोनिया वंशकार ने कहा कि चयनित उम्मीदवार ने फर्जी मूल निवासी प्रमाणपत्र से पद हासिल किया।

कलेक्टर ने सभी मामलों में जांच के आदेश दिए और दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा। इस जनसुनवाई में आंगनबाड़ी भर्ती और दुकान आवंटन से जुड़ी शिकायतें सबसे ज्यादा रहीं, जिससे सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता पर सवाल उठे।



Source link