शिवपुरी में संजय कॉलोनी में मंगलवार को पड़ोसी की शिकायत पर दर्ज कोर्ट केस में आए फैसले के बाद प्रशासन ने ममता विश्वकर्मा का मकान तोड़ दिया। कार्रवाई न्यायालय के आदेश के तहत की गई। मकान गिरने के बाद ममता चार बेटियों और एक बेटे के साथ सड़क किनारे रहने
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पड़ोसी ने की थी शिकायत ममता का कहना है कि उनके पति ने कई साल पहले यह जमीन खरीदी थी और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाया था। पति की मौत के बाद से वह बच्चों के साथ यहीं रह रही थीं।
दूसरी ओर, पड़ोसी ने इस जमीन पर अपना दावा करते हुए मामला न्यायालय में दायर किया था। कोर्ट के निर्णय के बाद प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर मकान हटाने की कार्रवाई की।
प्रशासन से की नए आवास की व्यवस्था रखने की मांग बुधवार को भीम आर्मी और कांग्रेस कार्यकर्ता पीड़ित परिवार के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और तत्काल वैकल्पिक आवास उपलब्ध कराने की मांग को लेकर धरना दिया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मकान टूटने से परिवार के पास अब रहने के लिए कोई जगह नहीं बची है, जिससे उनकी आजीविका और बेटियों की सुरक्षा पर संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने प्रशासन से नए आवास की व्यवस्था करने की मांग की।
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कोर्ट के आदेश पर तोड़ा विधवा का पीएम आवास:पड़ोसी ने की थी शिकायत
शिवपुरी की संजय कॉलोनी में मंगलवार को न्यायालय के आदेश पर एक विधवा महिला ममता विश्वकर्मा का पीएम आवास योजना से बना मकान तोड़ दिया गया। कार्रवाई के दौरान ममता का बेटा सदमे से बेहोश हो गया, जिसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें…