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चेतेश्वर पुजारा के बाद यह साफ है कि भारतीय क्रिकेट टीम एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है. रहाणे, जडेजा, , उमेश और शमी जैसे दिग्गजों ने अपने खेल से टीम को कई जीत दिलाई हैं, लेकिन उम्र और फॉर्म की चुनौतियां साफ…और पढ़ें

पुजारा के बाद यह साफ है कि भारतीय क्रिकेट टीम एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है. रहाणे, जडेजा, , उमेश और शमी जैसे दिग्गजों ने अपने खेल से टीम को कई जीत दिलाई हैं, लेकिन उम्र और फॉर्म की चुनौतियां साफ दिख रही हैं. क्रिकेट के मैदान पर नई पीढ़ी तेजी से अपनी जगह बना रही है और आने वाले वक्त में टीम इंडिया का चेहरा बदलना तय है.
रहाणे लंबे समय तक टीम इंडिया के उप-कप्तान रहे, लेकिन पिछले कुछ सालों से उनका बल्ला खामोश है. विदेश दौरों पर कुछ पारियों में जरूर दम दिखाया, मगर लगातार प्रदर्शन न कर पाने की वजह से टीम से अंदर-बाहर होते रहे. उम्र 36 होने के साथ-साथ उनका स्ट्राइक रेट और औसत भी गिरा है. ऐसे में युवा बल्लेबाजों की भीड़ के बीच उनके लिए जगह बनाना मुश्किल हो गया है. हाल में रहाणे ने मुंबई की कप्तानी छोड़कर भी ये संकेत दिया है कि भारतीय क्रिकेट में अगल बड़ा रिटायरमेंट उनका हो सकता है.
शमी टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद तेज गेंदबाजों में रहे हैं. लेकिन चोटें उनके करियर का बड़ा हिस्सा खा गईं. पिछले एक साल में वे बार-बार इंजरी की वजह से टीम से बाहर रहे हैं. हालांकि फॉर्म में हों तो अब भी मैच विनर साबित होते हैं, लेकिन 35 की उम्र और फिटनेस की चुनौतियां उनके करियर को लंबा खींचना मुश्किल बना रही हैं. पिछले 6 महीनों से शमी भारतीय क्रिकेट के स्कीम में फिट नहीं बैठ रहे है और अब उनकी लगातार गिरती फिटनेस उनको रिटायरमेंट की रडार की तरफ ले जा रही है.
जडेजा अब भी टीम इंडिया के लिए अहम ऑलराउंडर हैं. लेकिन हाल के दिनों में उनका शरीर चोटों से जूझ रहा है. घुटनों और हैमस्ट्रिंग की दिक्कतों ने उन्हें बार-बार मैदान से बाहर किया है. गेंदबाजी का असर कम हुआ है और बल्लेबाजी में भी पुरानी चमक दिखाई नहीं देती. ऐसे में टीम मैनेजमेंट को अब अगली पीढ़ी के ऑलराउंडरों की तलाश करनी होगी.
तेज गेंदबाज उमेश यादव टीम इंडिया के सबसे अनुभवी पेसरों में गिने जाते हैं. लेकिन उम्र बढ़ने के साथ उनकी रफ्तार और धार दोनों कम हुई हैं. युवा गेंदबाज जैसे मोहम्मद सिराज, अर्शदीप और आवेश खान लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में उमेश के लिए वापसी के मौके बेहद कम दिखाई देते हैं.
इन चारों ही खिलाड़ियों ने चेतेश्वर पुजारा के इर्दगिर्द करियर शुरु किया था और इन चारों ही खिलाड़ियों का करियर अब ढलान की तरफ है और कोई बड़ी बात नहीं कि इस साल के अंत तक सबसे पहले रहाणे और शमी में से किसी एक की विकेट गिरती हुई नजर आ जाए.