स्मार्ट मीटर को लेकर कांग्रेस ने हंगामा किया।
स्मार्ट मीटर के खिलाफ राजनीतिक विरोध तेज हो गया है। कांग्रेस ने इस परियोजना में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए इसे जनता के साथ धोखा बताया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा के नेतृत्व में मध्य प्रदेश पूर्व
.
पूर्व विधानसभा क्षेत्र के विधायक, लखन घनघोरिया ने इस योजना को ‘अधिकारियों और ठेकेदारों की जेब भरने का साधन’ करार दिया। उन्होंने सबसे गंभीर आरोप राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर लगाया है। विधायक ने दावा किया कि बिजली उपभोक्ताओं की निजी जानकारी—जिसमें बैंक खाता, आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसी संवेदनशील जानकारी शामिल है उन कंपनियों को दी जा रही है, जिनके निदेशक पाकिस्तान मूल के हैं। उन्होंने इसे देश की गोपनीयता और सुरक्षा के लिए सीधा खतरा बताया।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा ने बिजली विभाग से पांच महत्वपूर्ण सवाल पूछे हैं। उन्होंने पूछा कि उपभोक्ताओं का निजी डेटा विदेश क्यों भेजा गया और क्या जनता की सुरक्षा के साथ समझौता किया गया है। शर्मा ने यह भी सवाल उठाया कि बिना DPIIT प्रमाणपत्र के ठेका किस दबाव में दिया गया और पाकिस्तानी संबंधों वाली कंपनियों को इतनी संवेदनशील जिम्मेदारी देना राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ क्यों नहीं है। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि उनके सवालों का ठोस जवाब नहीं मिला, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
कांग्रेस ने स्मार्ट मीटर को लेकर विद्युत कंपनी के कार्यालय में हंगामा किया।