सागर नगर कागजों में पशु विचरण मुक्त है। ऐसा हुए पूरे 30 माह हो गए हैं। परंतु हकीकत यह है कि नगर की हर गली में पशुओं का विचरण जारी है। जो डेयरियां पहले शहर से बाहर हो गई थीं, वे धड़ल्ले से नगर में ही चल रही हैं। इसकी दो वजह हैं। एक तो डेयरी विस्थापन स्
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दूसरी पशु विचरण और नगर में डेयरी संचालन पर नगर निगम की कार्रवाई ठप है। न पशुओं को पकड़कर बाहर किया जा रहा है न ही डेयरी संचालकों पर जुर्माना की कार्रवाई की जा रही है। न ही नोटिस दिए जा रहे हैं। यही वजह है कि अक्टूबर 2023 तक सागर से 350 डेयरी बाहर हो गई थीं, जबकि अभी 35 को छोड़कर बाकी नगर में ही संचालित हो रही हैं।
8 करोड़ रुपए खर्च कर बना डेयरी प्रोजेक्ट, काम में हुई देरी शहर की ट्रैफिक की एक बड़ी समस्या पशुओं का जगह-जगह जमावड़ा, विचरण भी है। ऐसे में डेयरियों को बाहर करने की मांग यहां दो दशक से चल रही है। शहर से डेयरियों, पशुओं को बाहर करने 8 करोड़ रुपए की बड़ी राशि खर्च कर डेयरी विस्थापन स्थल हफसिली में पूरा प्रोजेक्ट 2023 में तैयार हुआ। हालांकि प्रशासन यहां सुविधाएं मुहैया कराने में देरी करता रहा। पानी की कमी, तो बिजली पर्याप्त न मिलने जैसी समस्याएं बनी रहीं।
पशु बाजार तक पर कार्रवाई नहीं कर रहा निगम
नगर निगम का अमला शहर में चल रही डेयरियों और विचरण कर रहे पशुओं को पकड़ने की कार्रवाई तो कर ही नहीं रहा है। राहतगढ़ बस स्टैंड स्थित आरओबी के नीचे जो पशु बाजार लगता है, उस पर भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। हर बुधवार को यह पशु बाजार यहां लगता है। जबकि नगर निगम पूर्व में इसे बंद कराकर जुर्माना और पशु जब्ती की चेतावनी तक दे चुका है। बीते दो माह से बाजार लग रहा है। परंतु निगम का अमला कार्रवाई की जगह मौन बैठा है।
पार्षद उठा चुके मुद्दा, अब पूरी परिषद जाएगी विस्थापन स्थल डेयरी विस्थापन को लेकर नगर के पक्ष-विपक्ष के पार्षद एक राय हैं। दो दिन पहले ही संपन्न हुई निगम परिषद की बैठक में भाजपा पार्षद याकृति जड़िया ने डेयरी विस्थापन पर समस्या का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा विस्थापन स्थल पर सुविधाएं दुरुस्त हों।
कांग्रेस पार्षद बाबू सिंह बब्बू यादव ने भी कहा विस्थापन स्थल पर सुविधाएं उपलब्ध कराने में देरी की जा रही है। इस पर निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने बताया था कि व्यवस्थाएं सुधरी हैं। स्टॉपडेम के लिए हम प्रयास कर रहे हैं। अंत में तय हुआ कि पूरी निगम परिषद विस्थापन स्थल निरीक्षण के लिए जाएगी।
विस्थापन स्थल: पशुपालक बोले लाइट सबसे बड़ी समस्या डेयरी विस्थापन स्थल हफसिली में 35 डेयरी संचालित हैं। यहां के पशुपालक संघ के अध्यक्ष मुकेश पांडेय ने बताया कि यहां की सबसे बड़ी समस्या अभी बिजली की है। सब स्टेशन की मांग हम दो साल से कर रहे हैं। यह अब तक चालू नहीं हो सका है। लंबी दूरी की लाइन से बिजली आई है। जिससे अक्सर फॉल्ट आते रहते हैं और बिजली गुल होती रहती है। यहां की स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी हैं। पानी अभी ठीक है। परंतु स्टॉपडेम नहीं बना तो गर्मी में परेशानी होगी।
इच्छाशक्ति की जरूरत… 2023 में भोपाल-इंदौर से मंगाए गए थे पशु वाहन, फिर बुला सकते हैं
मई 2023 में नगर से पहली डेयरी विस्थापन स्थल पहुंची थी। उस समय तत्कालीन कलेक्टर-एसपी, महापौर प्रतिनिधि सड़क पर उतरे थे। डेयरी संचालकों को समझाइश देकर डेयरी बाहर कराईं। जो गए उनका स्वागत भी किया। सार्वजनिक समारोह तक में उन्हें सम्मानित किया गया। तत्कालीन नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के निर्देश पर संभाग के सभी जिलों से पशु वाहन आए थे।
इसके साथ ही इंदौर-भोपाल से भी काऊ कैचर वाहन बुलाए गए थे। रोजाना 100 से अधिक पशु बाहर किए गए। निगम ने 6000 से अधिक पशु बाहर किए थे। अभी भी संभागायुक्त से मांग कर संभाग के निकायों से काऊ कैचर वाहन बुलाए जा सकते हैं। परंतु इसके लिए वैसा ही दृढ़ इच्छाशक्ति की जरूरत है, जैसी दो साल पहले दिखाई गई थी।