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INDW vs PAKW: सिदरा आमीन को आईसीसी ने आक्रामक व्यवहार का दोषी पाया. कल इंडिया वूमेंस बनाम पाकिस्तान वूमेंस मैच कोलंबो में खेला गया. इस मैच में भारत की टीम ने पाकिस्तान पर 88 रनों से बड़ी जीत दर्ज की थी.
नई दिल्ली. भारत-पाकिस्तान महिला विश्व कप मैच के दौरान मैदान पर उग्र व्यवहार दिखाने वाली पड़ोसी मुल्क की बैटर सिदरा आमीन पर आईसीसी की तरफ से एक्शन लिया गया है. क्रिकेट का संचालन करने वाली आईसीसी ने पाकिस्तानी क्रिकेटर को आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2 का उल्लंघन करने का दोषी पाया. जिसके बाद उन्हें फटकार लगाई गई. पाक बैटर ने भी अपनी गलती स्वीकार कर ली है. फिलहाल उनपर कोई फाइन नहीं लगाया गया है.
आईसीसी ने इंडिया वूमेंस बनाम पाकिस्तान वूमेंस मैच को लेकर एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा, “सिदरा को क्रिकेटर्स और सपोर्ट स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2 का उल्लंघन करते पाया गया, जो अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान क्रिकेट उपकरण या कपड़ों, मैदानी उपकरणों या फिक्स्चर और फिटिंग के दुरुपयोग’ से संबंधित है. सिदरा के डिसिप्लिनरी रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया है.”
फटकार के बाद क्यों छोड़ दिया?
आईसीसी का कहना है क्योंकि 24 महीने की अवधि में यह सिदरा का पहला अपराध था. लिहाजा उन्हें फटकार के बाद छोड़ दिया गया. उनपर कोई एक्शन नहीं लिया गया. ICC ने आगे कहा, “सिदरा ने अपराध स्वीकार कर लिया है और एमिरेट्स आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी के शैंड्रे फ्रिट्ज़ द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया है, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं थी.”
सिदरा ने भारत-पाक मैच में क्या किया था?
यह घटना पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम द्वारा लक्ष्य का पीछा करते वक्त हुई. 40वें ओवर में स्नेह राणा की गेंद पर सिदरा आमीन आउट हो गई थी. इसके बाद उन्होंने बल्ला जोर से पिच पर देकर मारा था. ये आरोप मैदानी अंपायर लॉरेन एगेनबैग और निमाली परेरा के साथ-साथ तीसरे अंपायर केरिन क्लास्टे और चौथे अंपायर किम कॉटन ने लगाए थे. आईसीसी की तरफ से कहा कि स्तर 1 के उल्लंघन के लिए न्यूनतम सजा आधिकारिक फटकार, अधिकतम सजा खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक है.”
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें