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Kuldeep Sen from Rewa in IPL: आईपीएल 2026 की नीलामी में रीवा के तेज गेंदबाज कुलदीप सेन को राजस्थान रॉयल्स ने 75 लाख रुपये में खरीदा है और वह इस टीम का हिस्सा बन गए हैं. जबकि पहले राउंड में वे अनसोल्ड रहे थे. लेकिन आखिरी राउंड में उन्हें खरीद लिया गया. पिछली बार किंग्स इलेवन पंजाब ने खरीद कर अपनी टीम में शामिल किया था. कुलदीप सेन रीवा के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं. आइये जानते हैं कुलदीप के बारे में…
इंडियन प्रीमियर लीग 2026 के लिए मिनी नीलामी (IPL 2026 Mini Auction) की प्रक्रिया मंगलवार को अबू धाबी में आयोजित की गई. इस नीलामी में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों की भी किस्मत चमकी.

आईपीएल 2026 की नीलामी में रीवा के तेज गेंदबाज कुलदीप सेन को राजस्थान रॉयल्स ने 75 लाख रुपये में खरीदा है, और वह इस टीम का हिस्सा बन गए हैं, जबकि पहले राउंड में वे अनसोल्ड रहे थे लेकिन आखिरी राउंड में उन्हें खरीद लिया गया.

पिछली बार कुलदीप सेन को किंग्स इलेवन पंजाब ने 80 लाख रुपये में खरीदा था. इससे पहले भी राजस्थान रॉयल्स ने ही उनकी बोली लगा चुकी थी. उस वक्त उनकी बोली 15 से 20 लाख रुपये में लगी थी. बता दें, कुलदीप के पिता सैलून की दुकान चलाते हैं. उन्होंने कुलदीप को यहां तक पहुंचाने के लिए दिन-रात एक कर दिया.
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मध्य प्रदेश के रीवा जिले एक बार फिर खुशी का माहौल है. यहां एक नाई के बेटे ने फिर कमाल कर दिया. दरअसल, राजस्थान रॉयल्स ने रीवा के कुलदीप सेन की 75 लाख रुपये में बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया है.

इससे उनके घर में खुशी की लहर है. कुलदीप का चयन इससे पहले तीन बार आईपीएल में हो चुका है दो राजस्थान रॉयल्स में और एक बार किंग्स इलेवन पंजाब में हो चुका है. उस वक्त उनकी बोली एक बार 15 लाख रुपये और दूसरी बार 20 लाख रुपये लगी थी, तीसरी बार किंग्स इलेवन पंजाब ने उनकी बोली करीब-करीब चार गुना यानि कि 80 लाख लगाई थी.

कुलदीप के पिता रामपाल सेन सैलून की दुकान चलाते हैं. उनका कहना है कि जैसे ही यह खबर मिली पूरे घर में खुशी का माहौल है. लोग बधाइयां दे रहे हैं. हम सभी इस बात को जानना चाह रहे थे कि इस बार कुलदीप का चयन किस टीम के लिए होगा. रामपाल सेन ने बताया कि कुलदीप ने यहां तक पहुंचने के किए काफी मेहनत और संघर्ष किया है. एक छोटी सी नाई कि दुकान के बदौलत घर चलाना और बच्चों के पढ़ाना कभी आसान नहीं था. लेकिन, गरीबी और आर्थिक तंगी कभी कुलदीप के रास्ते की रुकावट नहीं बनी. उसने अपनी मेहनत और लगन से कामयाबी हासिल की.

कुलदीप के पिता ने बताया कि कुलदीप ने मेहनत में कोई कमी नहीं छोड़ी. उसने इस बात का कभी ख्याल नहीं रखा कि उसे भूख या प्यास लगी है. उसने शुरू से ही क्रिकेट को जुनून की तरह लिया. शुरुआत में लगता था कि वह सफल होगा कि नहीं, लेकिन वक्त आते-आते उसकी सफलता ने घर में खुशियां ला दीं. उन्होंने कहा कि अब पूरा घर उसके और अपने सपनों को पूरा करे में जी-जान लगा रहा है. गौरतलब है कि, कुलदीप के पिता आज भी सैलून चलाते हैं. कुलदीप ने क्रिकेट खेल कर कमाए हुए पैसों से अपने पिता के लिए एक नया सैलून खुलवाया है. यहां दुकान के नाम के साथ-साथ कुलदीप का नाम भी अंकित है.

आज भी कुलदीप की मां खेतों में काम करती हैं. उनके गांव में लोग बताते हैं कि कुलदीप बहुत मिलनसार स्वाभाव के हैं. जब कभी गांव आते हैं तो बहुत सामान्य सी जीवन शैली होती है उनकी, एक बार फिर उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लागा हुआ है.