उन्होंने कहा, ”रोज 40 से 45 ओवर डालना और फिर नेट्स पर जाना मेरी क्रिकेट दिनचर्या का हिस्सा है. गेंदबाजी में मुझे इतनी खुशी मिलती है कि कई बार शरीर साथ नहीं देता तो भी मैं गेंदबाजी करता रहता हूं. मुझे इससे इतना प्यार है.” इशांत शर्मा की तरह अश्विन ने भी स्वीकार किया कि पिच पूरी तरह से सपाट है और टॉस की भूमिका अहम रही.
‘मैं चाहता हूं कि इशांत 400 टेस्ट विकेट लेकर भविष्य के तेज गेंदबाजों के लिए ‘रोडमैप’ बनाए’
उन्होंने कहा, ”जब मैंने विकेट देखी तो मुझे लगा कि बल्लेबाजी के लिए अच्छी होगी, लेकिन दूसरे दिन से बेहतर होती जाएगी. यह वाकई सपाट पिच है और टॉस काफी अहम रहा.” अश्विन ने कहा, ”फिर भी मेरा मानना है कि हमने आज अच्छी वापसी की. पांचवें दिन अच्छा खेलने पर हम जीत भी सकते हैं.”
वाशिंगटन सुंदर ने लगातार दूसरे टेस्ट में अर्धशतक बनाया और तमिलनाडु तथा राष्ट्रीय टीम में उनके साथी खिलाड़ी अश्विन ने उन्हें खास बल्लेबाज बताया. उन्होंने कहा, ”वह शानदार बल्लेबाज है. कई लोग टी20 क्रिकेट के आधार पर आकलन करते हैं, जिसमें वह सातवें नंबर पर उतरता है. हर कोई उसकी खास प्रतिभा को नहीं पहचान पाता कि वह कितना विशेष बल्लेबाज है.”
अश्विन ने यह भी कहा कि फालोऑन नहीं देने के इंग्लैंड के फैसले से वह हैरान नहीं थे. उन्होंने कहा, ”उनके पास दो विकल्प थे, लेकिन उन्होंने अपने गेंदबाजों को आराम देने के लिए फालोऑन नहीं दिया. बाहर से यह बात उतनी अच्छी तरह से नहीं समझी जा सकती, क्योंकि कई बार तरोताजा गेंदबाज थके हुए गेंदबाजों की तुलना में कमाल कर सकते हैं.”