प्रचार के दौरान सिंधिया जिस गाड़ी पर खड़े दिखे उसका नंबर पुलिस की गाड़ी का है.
ग्वालियर के डबरा विधानसभा क्षेत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) प्रचार के दौरान पुलिस की गाड़ी पर खड़े नजर आए. कांग्रेस (Congress) इस पर आपत्ति जताते हुए इसे असंवैधानिक कार्य करार दिया है.
पुलिस की गाड़ी का सियासी इस्तेमाल असंवैधानिक- कांग्रेस
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सिंधिया ने विदेश में पढ़ाई कर उच्च शिक्षा प्राप्त किया है. फिर भी उन्होंने पुलिस की गाड़ी को राजनीतिक प्रचार के दौरान इस्तेमाल किया है.
कांग्रेस मीडिया प्रमुख केके मिश्रा ने कहा कि यह महज त्रुटि या संयोग नहीं है, बल्कि पूर्व नियोजित और जानबूझकर किया गया एक असंवैधानिक कृत्य है. क्योंकि पुलिस की गाड़ी में पहले से ही तिरंगा लगा हुआ था. यदि ऐसा नहीं है तो सरकार या प्रशासन को यह स्पष्ट करना चाहिए कि शिवराज-महाराज के राजनीतिक प्रवास पर पुलिस के वाहन पर राष्ट्रीय ध्वज कैसे और क्यों लगाया गया. उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि क्या पुलिस के वाहन पर राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाता है या सिंधिया प्रदेश के डीजीपी, एडीजी, आईजी, डीआइजी या किसी जिले के एसपी हैं.निष्पक्ष चुनाव के लिए पुलिस अफसरों को हटाया जाए- कांग्रेस
केके मिश्रा ने प्रदेश में निष्पक्ष उपचुनाव को लेकर कहा कि यदि ऐसा नहीं था तो उन्हें पुलिस का वाहन क्यों उपलब्ध कराया गया. प्रशासन का यह रवैया इस बात का स्पष्ट संकेत है कि इस अंचल में निष्पक्ष उपचुनाव असंभव है. लिहाजा, चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पूर्व ही समूचे जिले की पुलिस को बिना देर किए स्थानांतरित किया जाए.
एमपी में ऐसी है नंबर प्रणाली
प्रदेश में MP-01 और MP-02 नंबर सरकार के लिए आरक्षित हैं. वहीं MP-03 पुलिस के लिए आरक्षित है. बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया जिस गाड़ी पर सवार थे, उसका नंबर MP-03A 6271 है. नंबर सीरीज देखने से तो यहीं पता चल रहा है कि गाड़ी पुलिस की है. नियम के अनुसार पुलिस की गाड़ी का इस्तेमाल किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम के लिए नहीं किया जा सकता है.